ये कैसा महिला दिवस: अद्र्धनग्र अवस्था में भटक रही महिला की कोई नहीें ले रहा सुध

पिछोर। जहां एक ओर जगह - जगह मंचों के माध्यम से शासकीय एवं अशासकीय संस्थाओं द्वारा अंतराष्ट्रीय महिला दिवस मनाकर महिलाओं को मजबूती प्रदान करने की बड़ी-बड़ी बाते की जाकर अपनी वाह-वाही लूटी जा रही है। वहीं शहर गांव में ऐसी महिलाऐं भी है जिन्हें शासन, प्रशासन की अनदेखी के चलते दर दर भटकने को मजबूर होना पड़ रहा है।

ऐसी ही मानसिक रूप से विक्षिप्त महिला जो पिछले कई माह से पिछोर की सडक़ों पर अद्र्धनग्न अवस्था में घूम रही है। नगर में चर्चा का विषय बनी महिला जिसके साथ दुष्कर्म होने आशंका एक समाज सेवी संस्था ने जताई है और विधिवत रूप से शासन को भी इस संबंध में पत्र लिखकर महिला को सुरक्षित रखा जाकर मानसिक उपचार केन्द्र में भेजने का आग्रह किया है किन्तु प्रशासन की अनदेखी के चलते भटकती महिला समाज में महिलाओं की सुरक्षा पर सबाल उठाती नजर आ रही है। नगर में जब महिला सुरक्षा व उनके अधिकार उन्हें मिलने वाले लाभ आदि के संबंध में जब लोगों से चर्चा की तो उन्हों ने महिलाओं की इस तहर की दुर्दशा का जि मेदार शासन को बताया।