नपा चुनाव: टिकिट आवंटन को लेकर खटकने लगा है विरोध का दरवाजा

शिवपुरी। नामांकन फार्म भरने की अंतिम तिथि जैसे-जैसे नजदीक आ रही है वैसे-वैसे भाजपा कांग्रेसियों के अंर्तकलह भी सामने आने लगे है हालांकि अभी कांग्रेस से तो किसी ने आपत्ति दर्ज नहीं कराई लेकिन भारतीय जनता पार्टी से जरूर वर्षों पुराने कार्यकर्ताओं का विरोध सामने आने लगा है।

शहर के वार्ड क्रमांक 07 और 17 में बाहरी प्रत्याशी को टिकिट दिए जाने से कार्यकर्ताओं में विरोध के स्वर फूट रहे है। वार्ड नं.7 में जहां रामजानकी मंदिर पर तो वहीं वार्ड नं.17 में भी भाजपा कार्यकर्ताओं ने बैठक बुलाकर बाहरी प्रत्याशी का विरोध किया और एक स्वर में वार्ड के ही भाजपा कार्यकर्ता को टिकिट दिए जाने की मांग पुरजोर तरीके से उठाई। इस बैठक में सर्वस मति से प्रस्ताव पास किया कि वार्ड क्रं.7 में वोटर लिस्ट में जिसका नाम नहीं होगा वह प्रत्याशी हमें स्वीकार नहीं होगा।

इस मीटिंग में वार्ड के वरिष्ठ कार्यकर्ता एवं पिछले 4 चुनावों लोकसभा, विधानसभा व नगर पालिका अध्यक्ष के पोलिंग प्रभारी सुरेश सिंह कुशवाह, सह प्रभारी शैलेन्द्र चौहान, देवेश दुबे, स्वदेश चौहान, डेविड चौहान, दिनेश सेन, नरेन्द्र कुमार शर्मा, भोलू चौहान, जावेद अली, देवेन्द्रगिरि, राजेश यादव,राजू सेंगर, लल्लू कुशवाह, अनिल शर्मा, प्रदीप सिंह चौहान, राजेन्द्र सिंह चौहान, राजकुमार ओझा, चन्द्रभान सिंह परिहार, रिंकू शिवहरे, महेश कुशवाह, राजू रावत, गजेन्द्र शिवहरे आदि कार्यकर्ताओं ने एक मत होकर निर्णय लिया है कि वार्ड के बाहर का ऊपर से थोपा हुआ प्रत्याशी हमें स्वीकार नहीं है।

इसका प्रतिकार हम सभी लोग भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देकर करेंगें जिसके लिए जिम्मेदार भी भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारी होगें तथा विरोध स्वरूप बाहरी भाजपा प्रत्याशी को वार्ड में भी असहयोग व प्रतिकार का सामना करना पड़ सकता है। यह विरोध इसलिए किया जा रहा है क्योंकि पार्टी के लिए समर्पित कार्यकर्ताओं की भावनाओं का पार्टी गाईडलाईन्स के अनुसार (वार्ड के बाहरी व्यक्तियों को प्रत्याशी न बनाने का नियम) सहयोग न करने से यह स्थिति निर्मित हुई है।

यही हाल वार्ड क्रं.17 में है जहां वर्षों से भाजपा के लिए काम कर रहे राजा यादव को टिकिट दिया जाना था लेकिन संभावित नामों में के.पी.परमार का नाम आने से स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं में विरोध पैदा हो गया है। सूत्रों की खबर है कि कोई बड़ी बात नहीं जब वार्ड नं.17 के निवासी एकत्रित होकर भाजपा प्रत्याशी का खुलकर विरोध करें और अपने प्रत्याशी को वह किसी पार्टी अथवा निर्दलीय रूप से चुनाव लड़ाऐं।

इसी विरोध के क्रम में भाजपा के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार मथुरा प्रजापति ने भाजपा से नाराजगी जाहिर करते हुए पार्षद का चुनाव लडऩे से इनकार किया है। उन्होंने कहा है कि वह अध्यक्ष पद का उम्मीदवार हैं जिसके लिये उन्होंने पार्टी के समक्ष अपना वायोडाटा भी प्रस्तुत किया, लेकिन पार्टी ने उनके आवेदन की अनदेखी कर उन्हें पार्षद पद का टिकिट देने की तैयारी कर ली है।

लेकिन वह पार्षद पद का चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा है कि पार्टी कर्मठ कार्यकर्ताओं की उपेक्षा करने में लगी हुई है और अपने-अपने चेहतों को उपक्रत कर रही है।