परिवार परामर्श: आज फिर तीन बिखरे परिवारों को जोड़ा

शिवपुरी। परिवार परामर्श केन्द्र के आज के शिविर में परामर्श दाताओं के प्रयास से तीन बिछड़े पति-पत्नी को एक करने में सफलता प्राप्त हुई वहीं दो अन्य प्रकरणों को अगली सुनवाई के लिये तारीख दी गई है। आज रविवार को नवीन पुलिस कंट्रोल रूम में परिवार परामर्श केन्द्र शिवपुरी में 5 केसों को प्रस्तुत किया गया वाकीं अन्य केशों में एक पक्ष आने पर उन्हें अगली तारीख दे दी गई है। परामर्श दाताओं ने अपने परामर्श के कुशल और पारिवारिक माहौल में समझाइश से 3 केसों में बिछड़े हुये दंपत्ति को पुन: एक साथ रहने और नया जीवन शुरु करने पर आपसी रजामंदी से सहमत किया। 

वहीं दो अन्य केसों मै सहमती बन गयी है जिन्हे समझाइश देकर अगली तारीख पर बुलाया है। आज के शिविर की खास बात यह है कि इसमें जहां एक केस शहरी क्षेत्र के थे तो 4 केस ग्रामीणों से आए थे । समझाइश के बाद दो दम्पत्ति अपने घर एक साथ रहने को रवाना हो गए। 

ग्वालियर के बिलौआ थाना क्षेत्र से संबंधित था और लडक़ी शिवपुरी जिले की थी। उनके साथ 6 माह का छोटा बच्चा था। पति पत्नि के बीच अविश्वास के कारण तलाक की नौबत आ गई थी। जिन्हें परिवार परामार्श केन्द्र के द्वारा समझाईश देकर प्रसन्नता के साथ अपना जीवन यापन करने के लिए समाझाईश दी गई और उनमें राजीनामा हो गया। 

ठीक इसी तरह अमोला थाना क्षेत्र का था जिसमें पिछले दो बार समझाईश के बाद सहमति तो बन गई थी, परन्तु पति पत्नि को लेकर अपने घर नहीं जा रहा था परन्तु आज की समझाईश के बाद पति अपने साथ पत्नि को लेकर अमोला प्रसन्नता के साथ चला गया। 

आज की काउंसलिंग में एडी.एस पी ने सुझाव दिया कि अगले रविवार कोजिला परिवार परामर्श केन्द्र के सदस्यजिन परिवारों के बीच सुलह कराई गई है उनमे से चार परिवारों मैं परिवार परामर्श की टीम फॉलो चैकअप के लिए सभी के घर जाकर उनकी कुशलक्षेम पूछेंगे। और ए एस पी कमल मौर्य भी इस टीम के साथ जाएगें। 

इस अवसर पर एडी.एस.पी. कमल मौर्य परिवार परामर्श केन्द्र के जिला संयोजक आलोक एम इन्दौरिया, जिला महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास अधिकारी ओपी पाण्डेय, महिला डेस्क प्रभारी इस्पेक्टर आराधना डेविस सहित उमा मिश्रा, रवजीत ओझा, गुंजन अजय खेमरिया, श्रीमती आनंदिता गांधी, शिखा अग्रवाल, श्रीमती किरण अशोक ठाकुर,नीरजा खंडेलवाल, स्नेह लता शर्मा, एच एस चौहान, राजेन्द्र राठौर, संतोष शिवहरे, भरत अग्रवाल, समीर गांधी, डॉ. विजय खन्ना, मथुरा प्रसाद गुप्ता, राजेश जैन राजू, शंभू पाठक परामर्श हेतु उपस्थित थे।