शहर पर किसका राज प्रशासन का या खदान माफियाओ का

शिवपुरी। अभी मेडिकल कॉलेज की प्रस्तावित भूमि पर से अवैध मुरम खोदते समय एक मजदूर की मौत के बाद सवाल खडा हो गया है कि शहर पर किसका राज प्रशासन का या माफियाओ का। बताया जा रहा है कि खदान माफियाओ ने सरकारी प्रस्तावित भूमियो का गढडो में तब्दील कर दिया। पर प्रशासन की ऑखो को शहर का यह अवैध उत्खनन नही दिख रहा है। 

स्थल.1: प्रस्तावित मेंडिकल कॉलेज की भूमि
इस भूमि पर नपा की हिटैचीयो को मुरम खोदते समाचार पत्रो मेें फोटो प्रकाशित हो चुके है। नपा ने खोदा तो मुरम माफिया भी कहा पीछे रहते। इन माफियाओ ने भी इस सरकारी प्रस्तावित भूमि को खोद डाला और चारो ओर गढडे ही गढडे नजर आ रहे है। अभी इसी  जमीन पर ही आदिवासी मजदूर की मौत मुरम निकालते समय हुई थी। 

स्थल.2: खेरीज सब्जी मंडी की जमीन पर भी सिर्फ गड्ढे 
अवैध खनन के चलते यह जमीन तालाब में तब्दील हो गई है। पूर्व में इस पर सब्जी मंडी बनाई जानी थी। लेकिन जमीन खराब होने की वजह से प्रस्ताव फेल हो गया। अब खेरीज सब्जी मंडी यहां प्रस्तावित है। यहां मुरम के अवैध उत्खनन से करीब 4 करोड से बनाए गए पोहरी रोड स्थित नए बस स्टैंड को भी खतरा हो सकता है। 

स्थल.3: प्रस्तावित प्रोजेक्ट: पुलिस विभाग के लिए क्वार्टर और नई लाइन 
यह जमीन पुलिस विभाग को आवंटित है। इसलिए एक साइन बोर्ड भी पुलिस ने लगा रख है। बावजूद इसके खनन माफियाओं ने 80 फीसदी जमीन से मुरम का खनन कर जमीन को खोखला कर दिया है। अब यहां गड्डे ही गड्ढ़े नजर आते हैं। 

बताया गया है कि नपा बडौदी क्षेत्र में मुरम और खंडो की खदानो की परमिशन देती है। इसके बाद शहर में कही भी सरकारी जमीन पर खदानो की परमिशन नही दी गई है इसके बावजुद भी इन तीनो प्रस्तावित जमीनो पर मुरम माफिया सैकडो ट्रोलिया खोद रहे है। और इस पर नजर प्रशासन की नही जा रही है। क्यो............सवाल अभी भी खडा है। कि शहर पर राज किसका प्रशासन का या खदान माफियाओ का....

इनका कहना है 
शहर के आसपास कहीं भी मुरमए मिट्?टी का अवैध खनन नहीं होने देंगे। मैंने माइनिंग आफिसर को बुलाकर आदेश दे दिए हैं। अगर कोई अवैध खनन करता मिला एफ आईआर दर्ज कराएंगे। 
राजीव दुबे,कलेक्टर शिवपुरी