ई-रजिस्ट्री की खामियों से परेशान सर्विस प्रोवाईडर और अभिभाषकों ने सौंपा ज्ञापन

शिवपुरी ब्यूरो। ई- रजिस्ट्री की खामियों से परेशान सर्विस प्रोवाईडरों एवं अभिभाषकों ने रैली निकालकर प्रदर्शन किया और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। डिप्टी कलेक्टर रूपेश उपाध्याय नें ज्ञापन स्वीकार करते हुए कार्यवाही करने का आश्वासन दिया। सर्विस प्रोवाईडरों ने ज्ञापन में कहा कि ई- रजिस्ट्री उनके लिए सिर दर्द बनी हुई है।

 जिले के एक दर्जन से अधिक सर्विस प्रोवाईडरों के हजारों रूपए उनके खाते से निकलकर अज्ञात खातों में ट्रांसफर हो गए हैं तथा जिनका पता भी नहीं लग पा रहा है। रजिस्टार और सब रजिस्टार से शिकायत करने पर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई है तथा उनके कटे हुए पैसे वापस नहीं हुए हैं। सर्विस प्रोवाईडरों और अभिभाषकों ने मांग की कि यदि प्रदेश में ई रजिस्ट्री को जारी रखना है तो पहले इसकी खामियों को दूर किया जाए। 

जिला अभिभाषक संघ के शैलेन्द्र समाधिया और गजेन्द्र सिंह यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि 50 रूपए का स्टांप भी यदि सर्विस प्रोवाईडरों द्वारा विक्रय किया जाता है तो पता चलता है कि उनके खाते से हजारों रूपए साफ हो गए हैं। आंकड़े देते हुए उन्होंने बताया कि जिले के दर्जन भर से अधिक सर्विस प्रोवाईडर इससे प्रभावित हुए हैं। सर्विस प्रोवाईडर आशीष श्रीवास्तव के डेढ लाख रूपए, दीपक श्रीवास्तव के 65 हजार रूपए, प्रतीक निगम के 43 हजार रूपए, संजय शर्मा के 86 हजार रूपए, अंकित अग्रवाल के 11.500 रूपए, बालकृष्ण कुशवाह के 47120 रूपए, ओमप्रकाश के 60 हजार रूपए, कुमकुम अग्रवाल के 61 हजार रूपए बिना किसी कारण के उनके खाते से कम हो गए हैं। इसकी शिकायत उन्होंने अधिकारियेां से की लेकिन वे भी नहीं जान पाये कि उक्त पैसे कहां गये हैं। ऐसी स्थिति में ई रजिस्ट्री उनके लिए परेशानी और आर्थिक संकट का कारण बनी हुई हैं। बैंक खातों से हजारों रूपए गायब होने के कारण सर्विस प्रोवाईडर आर्थिक संकट में आ गए हैं। जिससे उन्हें निजात दिलाई जाए। प्रशासन ने सर्विस प्रोवाईडरों के आवेदन पर कार्यवाही करने की मांग की है। 

रजिस्ट्री फंसने की भी शिकायत की
सर्विस प्रोवाईडरों ने यह भी बताया कि ई रजिस्ट्री में कई रजिस्ट्रीयां फंस गई। जिससे क्रेता और विक्रेता को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यह स्थिति अक्सर निर्मित हो जाती है। उन्होंने कहा कि या तो ई-रजिस्ट्री समाप्त कर दी जाए और यदि जारी ही रखना  है तो पहले इसकी खामियां दुरूस्त कर ली जाएं।