मोबाईल इंश्योरेंस कंपनी फरार, पॉलिशी धारक परेशान

शिवपुरी। नए मोबाईलों की बीमा पॉलिशी बेचने वाली कंपनियों के भूमिगत होने की खबरें आ रही हैं। बताया गया इन कंपनियों ने लाखों रूपए की पॉलिशी मोबाईल धारको को बेची है। इस मामले में मोबाईल वर्ल्ड के संचालक कपिल शर्मा ने इन कंपनियों की शिकायत एसपी शिवपुरी से की है। 

कपिल मोबाइल वर्ल्ड के संचालक का कहना है कि कंपनी भाग गई है लेकिन जिन लोगों ने बीमा पॉलिसी खरीदी है। वो लोग हमारे पास आकर मुफ्त में मोबाइल सुधरवाने के लिए परेशान कर रहे है। करीब 50 से ज्यादा क्लाइंट मेरे सर्विस सेंटर पर मुफ्त में सर्विस करने के लिए आ रहें है। इधर कंपनी का कोई अता पता नहीं है। 

गेजिट कार्ड कंपनी ने मनोज सोनी नाम के शख्स को 5 लाख रुपए के बीमा कार्ड बेचे इन्हें थोक में स्टॉकिस्ट बनाया। मोबाइल विक्रेता पंजाब सेल्स, कपिल मोबाइल, रविंद्र वॉच, सडाना जैसे थोक मोबाइल विक्रेताओं को लाखों रुपए की बीमा पॉलिसी बेच दी। कपिल मोबाइल वर्ल्ड को ही 3 लाख रुपए की मोबाइल क्लेम सेटल करने है।

30 हजार के मोबाइल का 1200 रुपए में इंश्योरेंस 
गेजिट कार्ड मोबाइल खरीदने वाले ग्राहकों को 20 हजार से लेकर 30 हजार रुपए तक के मोबाइल के खराब होने पर उसके सुधरवाने के आने वाले खर्च पर करीब 1200 रुपए फ्री सर्विस के रुपए देने का वादा किया था। इसके आलावा 10 से 20 हजार रुपए के सेट पर 900 रुपए मिलने थे। चोरी और गुम होने पर फुल क्लेम सेटलमेंट का वादा था। 

मोबाइल इंश्योरेंस के नाम पर आम लोगों को ठगकर भागने वाली गेजिट कार्ड तीसरी कंपनी बन गई है। इससे पहले भी डीएन, व पिकमी नाम की कंपनी लोगों से लाखों रुपए ठगकर फरार हो चुकी हैं लेकिन इस बार गेजिट कार्ड कंपनी ने ठगी के लिए पूरा षड्यंत्र ऑनलाइन रचा। 

कंपनी के कर्ताधर्ताओं ने न तो अपना दफ्तर खोला न अपने एजेंट बनाए। केवल मोबाइल फोन बेचने वाले स्टॉकिस्ट को ही कंपनी ने अपने झांसे में ले लिया। अब बताया जा रहा है कि कंपनियों की दिखने वाली ऑनलाईन बेबसाईट भी गायब हो चुकी है। 

न्यू इंडिया इंश्योरेंस से पैसे दिलाने का वादा 
कंपनी का हेड ऑफिस मुंबई में बताया गया। इंदौर में कोई किरण सिंह इसकी पूरे मप्र की सुपर स्टॉकिस्ट बनाई गई। इन्होंने ही शिवपुरी, सागर, भिंड, मुरैना, इंदौर में डीलर बनाए, अब कंपनी गायब है लेकिन किरण सिंह से लोगों की बात हो रही है। लेकिन अब वो भी यह कहकर मामले से पल्ला झाड़ रहीं है कि उनका लाखों रुपए डूब गया है। वो किससे मांगने जाएं। 

जांच की जा रही है
शिकायत पर जांच की जा रही है। कंपनी के पते ठिकाने खंगालने की कोशिश कर रहें है। इस तरह की फर्जी कंपनियों पर कार्रवाई जरुर होनी चाहिए जल्दी परिणाम दिखेंगे। 
गुरुदत्त शर्मा एसडीओपी शिवपुरी