नपाध्यक्ष पति की गुण्ड़ागर्दी: 6 साल लेट शुरू होने वाला सीवर प्रोजेक्ट का काम रोका

शिवपुरी। सिंधिया जी का बहुप्रतिक्षित सीवर प्रोजेक्ट तमाम राजनैतिक उठापठक के बाद काम शुरू होते ही, उसका रास्ता नपाध्यक्ष पति ने काट लिया। काम शुरू होने के मात्र तीन घंटे बाद ही बिना किसी संवैधानिक आधिकार के तालिबानी फतवा जारी कर काम रूकवा दिया।

सीवर प्रोजेक्ट की राह में रोडें कम होने का नाम नही ले रहे हैं। पहले पीडब्ल्यूड़ी ने सड़क रिपेयरिंग का पैसा जमा कराने के नाम पर काम बंद कराया तो दस दिन बाद मंगलवार को फिर गांधी कांलोनी में शुरू हुआ सीवर लाईन की खुदाई का काम नपाध्यक्ष के पति ने रूकवा दिया है। काम उस समय बंद कराया गया, जब नगर पालिका की एक माह पूर्व छह लाख की लागत से बनवाई सीसी सड़क को जेसीबी ने खोद दिया।

सीवर प्रोजेक्ट के मैनेजर केजी सक्सैना का कहना है कि नपाध्यक्ष पति ने फोन करेके पहले तो सड़क रिपेयरिंग के नाम दस प्रतिशत राशि जमा कराने के नाम पर काम रूकवाया और कहा चुनाव तक काम बंद रहने दो। सीवर प्रोजेक्ट की लागत की दस प्रतिशत राशि 6 करोड़ रूपये नपा को भी देनी है जबकि वरिष्ठ आधिकारियो की बैठक में यह तय हुआ था, कि नपा से प्रोजेक्ट की जितनी राशि मिलनी है, उसे सड़क रिपेयरिंग में एडजस्ट कर लिया जाएगा।

बावजूद इसके केवल चुनावी फायदा उठाने के लिए अनुराग अष्ठाना ने यह काम रुकवा दिया। आपत्तिजनक तो यह है कि बिना किसी संवैधानिक अधिकार है एक अदना सा नागरिक नगरपालिका के कामों में बेजा दखलअंदाजी कर रहा है और अफसरों सहित तमाम महकमा चुपचाप इस मनमानी को सहन कर रहा है। समझ नहीं आ रहा कि जनहित के इस काम को रोकने और रोड़े अटकाने की अनुमति भाजपा का नेतृत्व भी कैसे अष्ठाना दंपत्ति को दे सकता है।

अनुराग अष्ठाना के इस जनविरोधी कदम के बाद पूरे शहर में उनके खिलाफ तैयार हो चुके माहौल में और ज्यादा गर्मी आ गई है। कई सामाजिक संगठन इसके विरोध में अनुराग एवं रिशिका अष्ठाना के पुतले जलाने की भी तैयारियां कर रहे हैं। 
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