मई 2017 से पूर्व सिंध का पानी शिवपुरी लाऊंगा: नपाध्यक्ष कुशवाह

शिवपुरी। जब मैंने नगर पालिका अध्यक्ष का पदभार संभाला तब सिंध जलावर्धन योजना शिवपुरीवासियों के लिए दूर की कौड़ी साबित हो रही थी। माधव राष्ट्रीय उद्यान के वन संरक्षक द्वारा नेशनल पार्क क्षेत्र में की जा रही खुदाई की शर्तों का उल्लंघन बताते हुए अनुमति निरस्त कर दी थी, लेकिन मैंने कार्यभार संभालने के बाद उन सब बाधाओं को समाप्त किया और अब मई 2017 तक मैं हर हालत में शिवपुरीवासियों के लिए सिंध का पानी लेकर आऊंगा। उक्त उद्गार नगर पालिका अध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह ने अपने दो साल के कार्यकाल की उपलब्धियां पत्रकारवार्ता बुलाकर गिनाईं। नपाध्यक्ष ने अपने कार्यकाल में नगर पालिका द्वारा जनहित में किए जा रहे कार्यों का ब्यौरा भी दिया। 

पत्रकारवार्ता में नपाध्यक्ष कुशवाह ने विस्तार से सिंध जलावर्धन योजना में आए अडंगे और उन्हें दूर किए जाने के अपने प्रयासों की जानकारी दी। श्री कुशवाह ने बताया कि चार्ज संभालने के बाद वे  सिंध जलावर्धन की निरस्त स्वीकृति को स्वीकृति में बदलने हेतु माननीय सर्वोच्च न्यायालय गए। जिसके परिणामस्वरूप 12 अप्रैल 2016 को सर्वोच्च न्यायालय ने स्वीकृति दे दी। 

इसके बाद जब संबंधित एजेन्सी दोशियान द्वारा कार्य में उदासीनता बरती जा रही थी तब शेष कार्य कराने के लिए नवीन टेंडर लगाने का कड़ा निर्णय भी मेरे द्वारा लिया गया। लेकिन बाद में जनहित को ध्यान में रखते हुए एक बार पुन: कुछ शर्तों के साथ दोशियान से ही शेष कार्य कराने के लिए नया अनुबंध किया गया और उन्हें हर हाल में मार्च 2017 तक कार्य पूर्ण करने को कहा गया। श्री कुशवाह ने कहा कि शिवपुरी की जनता के भरपूर सहयोग से वह मई 2017 तक सिंध का पानी शिवपुरी अवश्य लाकर रहेंगे। ताकि गर्मी के सीजन में शिवपुरीवासियों को पानी की किल्लत का सामना न करना पड़ा।

श्री कुशवाह ने कहा कि सीवर से क्षतिग्रस्त सडक़ों के निर्माण हेतु उन्होंने 86 लाख की लागत से आरसीसी सडक़ें बनवाईं इसके अलावा 253 लाख की लागत से 14 डामरीकरण सडक़ें भी बनाई जा रही हैं। 364 लाख की लागत से बनने वाली पांच प्रमुख सडक़ों का भी हवाला दिया जिनका कार्य जल्द प्रारंभ होने की तैयारी में है। 

जल संकट से जनता को निजात दिलाने के लिए बीती दो वर्षों में चार करोड़ से अधिक की राशि खर्च कर पानी परिवहन कर उन्हें जनता तक पहुंचाया। 242 नवीन नलकूप खनन कराए गए जिस पर करीब 2 करोड़ 75 लाख रूपये खर्च किए गए जिसके अलावा घर-घर शौचालय बनाने की योजना के तहत 4 करोड़ रूपये खर्च किए गए। साथ ही सार्वजनिक स्थानों पर सीसी बेंच एवं घर-घर से कचरा कलेक्ट करने के लिए 10 छोटे वाहन क्रय किए गए। 1 से लेकर 39 वार्ड तक सभी वार्डों में विभिन्न विकास कार्य जैसे विभिन्न पार्कों के सौंदर्यीकरण, वार्डों में सामुदायिक निर्माण, बाग बगीचा एवं खुली भूमि में बाउण्ड्रीवाल निर्माण, सीसी सडक़ कार्य, रोड़ों के गड्ढे भराव हेतु कत्तल, मुरम बिछाने के साथ विभिन्न वार्डों में नाली निर्माण के कार्य कराए गए।