मरीज के हाथ में चढती बोतल देख, भडकी जांच टीम

शिवपुरी।  50 लाख का पुरस्कार प्राप्त कर अब 15 लाख के पुरस्कार के लिए जिला अस्पताल में अपनी बदहाली की तस्वीर को छुपाकर पुरस्कार हासिल करने के उद्देश्य से अस्पताल की आज दूसरी तस्वीर पेश की। जहां कल तक मरीज किराए के रजाई गद्दे लेकर काम चला रहे थे। आज उन्है चमचमाते कंबल दिए गए थे। 

आज अस्पताल में साफ-सफाई पहले के दिनो से बेहत्तर थी। लेकिन जांच करने आया निरीक्षण दल की पैनी नजरो से तमाम पर्देदारी के बावजूद अस्पताल का वह चेहरा सामने आ गया जिसे आम-जन प्रतिदिन देखते है। 

निरीक्षण के दौरान मेटरनिटी विंग के एएनसी वार्ड में एक महिला मरीज की मां हाथ में बोतल थामे नजर आई जिस पर टीम के सदस्यों ने भी नाराजगी जाहिर की इसी तरह के कुछ अन्य नजारे भी तमाम तैयारियों के बावजूद टीम के सामने आ गए।

मरीजों के पास एक साथ चिकित्सकों द्वारा उन्हें लिखी गईं दवाइयां, इंजेक्शन व ड्रिप रख देने पर भी टीम में शामिल डॉ. विवेक मिश्रा ने ड्यूटी स्टाफ को लताड़ लगाई कुल मिलाकर पुरस्कार के लिए खामियों को पर्दे के पीछे छुपाने का प्रयास टीम के सामने बेनकाब हो गया।

नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड की टीम के डॉ. दीपक यादव ने ट्रॉमा सेंटर का निरीक्षण किया तो ट्रॉमा सेंटर में स्टाफ की कमी साफ दिखाई दी जिला अस्पताल के चिकित्सक भी टीम को स्टाफ की कमी के बारे में बताते देखे गए ट्रॉमा सेंटर में नर्स से लेकर अन्य स्टाफ की कमी है।

डॉ. यादव ने ट्रॉमा सेंटर में ऑक्सीजन सिलेंडर, लैंप, दवाओं के अलावा साफ.सफ ाई के बारे में जानकारी ली ट्रॉमा सेंटर में श्वास देने के लिए आए यंत्रों का भी निरीक्षण किया।

नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड की ओर से टीम अस्पताल के प्री निरीक्षण के लिए आई है तीन दिन में 18 विभागों का निरीक्षण किया जाएगा जो कमियां नजर आएंगी उन्हें दूर करने के संबंध में गाइडलाइन के अनुसार निर्देशित किया जाएगा आज हमने विभिन्न विभागों का निरीक्षण किया है।  डॉ. विवेक मिश्रा, निरीक्षणकर्ता, भोपाल