दीनदयाल उपचार योजना में मिलावटी दवाएं, मौत से बाल-बाल बचा मासूम

भोपाल। शिवराज सरकार द्वारा गर्व के साथ शुरू की गई दीनदयाल उपचार योजना उसके लिए उस समय शर्म का कारण बन गई जब शिवपुरी में मिलावटी दवा का मामला सामने आया। इस मिलावटी दवा के कारण एक मासूम मौत के मुंह में जाते जाते बचा।

खबर शिवपुरी से आ रही है। बताया जा रहा है कि वहां एक 14 माह के बच्चे कृष्णा पुत्र धर्मेन्द्र नामदेव को बीमारी के चलते सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया था। यहां डॉक्टर ने पैरासिटामॉल की दवा पिलाने के निर्देश दिए।

आदेश के पालन में पालकों ने अस्पताल से ही दीनदयाल उपचार योजना के तहत मिलने वाली मुफ्त दवा ले ली, लेकिन जैसे ही उन्होंने मासूम को वो दवा पिलाई, उसकी हालत में सुधार होने के बजाए और बिगड़ने लगी।

हड़बड़ाए परिजनों ने जब दवा देखी तो उसमें से तेज दर्गंध आ रही थी। यह बदबू कुछ उसी तरह की थी जैसी कि स्प्रिट में से आती है। भागे भागे परिजन अस्पताल पहुंचे तब पता चला कि दवा गलत है। इस दवा का बैच नंबर एए12112 है।

परिजनों ने थाना कोतवाली पहुंचकर पूरे मामले की लिखित जानकारी पुलिस को दी एवं दवा की शेष बोतल पुलिस के सुपुर्द कर दी। एसडीएम भी मौके पर पहुंच गए एवं जांच प्रारंभ करने का आश्वास दिया।

समाचार लिखे जाने तक हंगामा जारी था।