किसानों को राहत तो मिली नहीं, क्या हुआ घोषणा का: सिंधिया

शिवपुरी। हमने तो शिवराज सरकार को 411 करोड़ 31 मार्च को ही दे दिए, लेकिन शिवराज सरकार ने किसानों को अभी तक 1 रुपया भी नहीं दिया। जबकि घोषणा तो उन्होंने 3300 करोड़ की, की थी। क्या हुआ शिवराज जी की संवेदनशीलता का, कहां गया केन्द्र का 411 करोड़ ? यह सवाल गुना से कांग्रेस प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शिवराज की ओर दागे हैं।

एक प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सार्वजनिक रूप से बार-बार झूठ बोलकर अपने पद की गरिमा सहित जनता के भरोसे को तोडऩे का काम कर रहे है। उन्होने प्रदेश के किसानो को राहत राशि के लिए पहले 2 हजार करोड़ रूपए की घोषणा की फिर उस घोषणा में राशि को बढ़ाते हुए 3300 करोड़ की राहत राशि की घोषणा की लेकिन वे केवल कोरी घोषणाएं कर रहे है और आज तक प्रदेश के किसी भी किसान को कोई भी सहायता राशि का चैक नहीं मिला है।

उन्होने आगे कहा कि प्रदेश सरकार ने तो कुछ नहीं किया लेकिन ओलावृष्टि होने के बाद मैंने कांग्रेस के एक प्रतिनिधि मंडल के साथ प्रधानमंत्री के पास मप्र के किसानों को राहत दिलाने के लिए करीब 500 करोड़ की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत कराकर उस राशि में से 411 करोड़ रूपए 31 मार्च को ही केन्द्र से वित्त मंत्रालय द्वारा राज्य सरकार के खाते में पहुंचा दिए, लेकिन उसमें से भी किसानो को अभी तक राहत राशि उपलब्ध नहीं कराई गई है।

इस संबंध में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उन्होने भाजपा के पीएम उ मीदवार प्रत्याशी नरेन्द्र मोदी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वे अपने को हटा कर राजनीति कर रहें है।

श्री सिंधिया ने कहा कि किसी भी स्थान पर प्राकृतिक आपदा होने पर उस आपदा से निबटने की जिम्मेदारी वहां की प्रदेश सरकार की होती है। मप्र के मुख्यमंत्री केवल हर बार जनता को भ्रमित करने के लिए घोषणाए तो करते है लेकिन उन घोषणाओं का धरातल पर कोई क्रियान्वयन नहीं होता। इन घोषणाओं से जनता की अपेक्षाएं बढ़ जाती है और मुख्यमंत्री केवल लोगो की भावनाओं से खेलने का काम कर रहे है।