अभी से ही टूटने लगे है सीवर लाईन के चैम्बर

शिवपुरी। शहर में सीवेज प्रोजेक्ट के तहत चल रही खुदाई किसी न किसी कारण के चलते खटाई में पड़ जाती है। ऐसे ही आज राजपुरा रोड पर सीवेज लाइन जोडऩे के लिए बनाए गए चे बरों के मिट्टी डालते ही टूट जाने के बाद स्थानीय लोगों ने वहां काम रूकवा दिया। साथ ही ठेकेदार पर घटिया सामग्री प्रयुक्त किए जाने का आरोप भी लगाया। हंगामा होता देख आनन-फानन में चे बर को सुधारने का काम शुरू हुआ।

विदित हो कि बहुप्रतीक्षित सीवेज योजना शुरू से ही विवादों में रही है। जब नगरपालिका अध्यक्ष रिशिका अष्ठाना और तत्कालीन विधायक माखनलाल राठौर द्वारा सीवेज प्रोजेक्ट को शुरू करने के लिए भूमिपूजन किया गया था और काम शुरू होते ही स्थानीय लोगों ने खुदाई का काम रूकवा दिया।

इसके बाद लोगों को समझा-बुझाकर काम पुन: शुरू कराया, लेकिन काम शुरू होने के कुछ दिन बाद ही पीएचई और पीडब्लयूडी विभाग सड़कों की खुदाई के ऐवज में राशि जमा न कराने को लेकर आमने-सामने आ गए और फिर से उस योजना पर ग्रहण लग गया।

बाद में दोनों विभागों ने आपसी सामंजस्य स्थापित किया और कार्य को पुन: प्रारंभ किया गया। इसी बीच दोनों विभाग एक बार फिर आमने-सामने आ गए और पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों ने खुदाई कर रही जेसीबी को थाने में रखवा दिया। यह क्रम कार्य शुरू होने से लेकर आज तक चल रहा है। आज सुबह राजपुरा रोड पर चल रही खुदाई को स्थानीय लोगों ने इसलिए रूकवा दिया, क्योंकि ठेकेदार द्वारा जो चे बर बनाए जा रहे हैं। उसमें घटिया सामग्री का प्रयोग किया जा रहा है। जिससे वहां बने चे बर मिट्टी डालने के बाद भी टूट गए। जिसे स्थानीय लोगों ने देख लिया और हंगाम खड़ा कर दिया तो ठेकेदार ने अपने बचाव के लिए लोगों को समझाना शुरू कर दिया और उन्हें यह कहकर शांत कर दिया कि चे बर में स्पेस दिया जाता है और जब मिट्टी डाल दी जाती तो इसके बाद अंदर नशेनी डालकर छूटे हुए हिस्से को बनाया जाता है। जबकि नियमानुसार चे बर को बनाकर उस पर प्लास्टर करने का नियम है, लेकिन ठेकेदार ऐसा नहीं कर रहे हैं।

शहरभर में आधे से ज्यादा खुदाई हो चुकी है और चे बर बन चुके हैं, लेकिन कहीं पर भी चे बर में प्लास्टर नहीं किया गया है। सिर्फ मिट्टी डालकर चेम्बर को बंद कर दिया गया है। जब हंगामे की जानकारी पीएचई विभाग के एई केजी सक्सेना को लगी तो उन्होंने मामले को दिखवाने का आश्वासन दिया और जांच कराने की बात भी कही। इससे पहले भी न्यूब्लॉक क्षेत्र में भी वहां के पार्षद संजय गुप्ता पप्पू ने भी सीवर प्रोजेक्ट के तहत इस्तेमाल की जा रही सामग्री की गुणवत्ता पर सवाल उठाए थे और उनके नेतृत्व में स्थानीय लोगों ने खुदाई का काम रूकवा दिया था।