शिवपुरी. यूनिसेफ के पदाधिकारियों द्वारा शिवपुरी जिले के विभिन्न गा्रामों का दौरा कर आज स्वच्छता से सम्बधित संचालित गतिविधियों का जायजा लिया तथा गा्रमीणों से बी.पी.एल शौचालयों के निर्माण के सम्बध में भी चर्चा कर जानकारी ली। प्रतिनिधि मण्डल में यूनिसेफ के भोपाल के प्रोजेक्ट ऑफीसर श्री गा्रेगौरबॉन मेंडीजा, मुख्य कार्यक्रम अधिकारी सुश्री तान्या गोल्डनर यूनिसेफ के मीडिया ऑफीसर अनिल गुलाटी, जिला कलेक्टर श्री जॉन किंग्सली, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री एच.पी. वर्मा, अनुविभागीय दण्डााधिकारी शिवपुरी श्री एस.एस. तोमर, डी.पी.आई.पी. के जिला समन्वयक श्री गगन सक्सैना, शिवपुरी जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री एन.एस. नरवरिया सहित सम्बधित अधिकारी, गा्रमीणजन आदि उपस्थित थे।
यूनिसेफ के अधिकारियों द्वारा शिवपुरी विकासखण्ड के गा्रम मुडेरी में गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों की विशेषकर महिलाओं की प्रेरणा से बनाये जा रहे शौचालयों की सराहना करते हुए कहा कि यह खुशी की बात है कि इस कार्य में महिलाओं ने अग्रणीय रहकर गा्रमीणों को घरों मे शौचालय बनाने हेतु प्रेरित किया। उन्होने गा्रमीणों विशेषकर महिलाओं से चर्चा करते हुए कहा कि गॉव में ऑगनवाड़ी तथा स्कूलों में बनने वाले शौचालय निर्माण में भी पूर्ण सहयोग दें और ऐसे परिवार जो शाौचालयों का महत्व नहीं समझ सके हैं उन्हें इनका महत्व बताकर शौचालय बनाने हेतु प्रेरित करें। उन्होंने गा्रमीणाों से शौचालय निर्माण के फायदों पर भी चर्चा की। ग्राम के नवयुवकों द्वारा बताया गया कि ऐसे परिवार जो शौचालय हेतु सौकपिट बनाने में असमर्थ थे। उनके यहॉ भी सौकपिट बनाने में सहयोग किया गया। महिलाओं ने बताया कि उनके इस कार्य से प्रेरणा लेकर अन्य गॉव के गा्रमीण भी अपने गॉव में शौचालय बनाने के लिये आकर्षित हो रहे हैं।
इस दौरान बताया गया कि ग्राम मुडेरी में 495 की आबादी हैं, जिसमें से लगभग 330 परिवार गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहे हैं। जिसमें से 135 से अधिक परिवारों द्वारा अपने घरों में शौचालयों का निर्माण शुरू कर दिया गया है। प्रत्येक शौचालय के निर्माण हेतु 3200 रूपये की प्रोत्साहन राशि शासन द्वारा प्रदाय की जा रही है। चर्चा के दौरान गा्रम उत्थान समिति मुडेरी की अध्यक्ष श्रीमति प्रेमवती बाई ने बताया कि ग्राम में महिलाओं को शौच जाने की परेशानी को ध्यान में रखते हुए हम महिलाओं ने बीड़ा उठाया कि क्यों न गा्रम में समिति के माध्यम से शौचालयों का निर्माण करें। इसके लिये स्व-सहायता समूह के माध्यम से हमें प्रशिक्षण प्रदाय कर शौचालयों के निर्माण का कार्य हाथ में लिया गया। इन शौचालयों के बन जाने से जहॉ गा्रम में स्वच्छता एवं साफ-सफाई रहेगी। वहीं बीमार होने पर शौच के लिये घर से बाहर नहीं जाना पडे़गा और बरसात के दिनों में तो यह शौचालय विशेषकर महिलाओं एवं बच्चों के लिये तो काफी उपयोगी साबित होंगे।
महिलाओं ने किया दल के सदस्यों का आत्मीय सम्मान
गा्रम मुडेरी में यूनिसेफ के पदाधिकारियों एवं अधिकारियों के पहुचने पर ग्रामवासियों की खुशी का ठिकाना नहीं था। गॉव की महिलाओं ने आए अतिथियों का टीका कर श्रीफल से उनका आत्मीय सम्मान किया। वहीं सुश्री तान्या गोल्डनर को गले लगाकर खुशी का इजहार किया। गा्रमीणों ने कहा कि हम बहुत खुश है यह पहला मौका है कि जब उनके गॉव में आकर बाहर के लोगों द्वारा भी उनके कार्य की सराहना की है।