राज्यमंत्री राजू बाथम भी काले कानून के विरोध में, काली पट्टी बांधकर किया विरोध | Shivpuri

शिवपुरी। पूरे देश में इन दिनों एससीएसटी एक्ट में किए गए बदलाब को लेकर सवर्ण समाज में जमकर रोष है। पूरे देश में इसका विरोध किया जा रहा है। उसके बाबजूद भी मोदी सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है। एससीएसटी संशोधन एक्ट के विरोध में पूरी तरह से आक्रोशित सपाक्स समाज सहित अन्य समर्थित संगठनों ने आज शिवपुरी में राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त राजू बाथम का घेराव कर डाला। माई के लालों ना केबल सरकार के इस काले कानून के विरोध में जमकर नारेबाजी की बल्कि काले झंडे भी दिखाए।

जानकारी के अनुसार सवर्ण समाज सहित अन्य समर्थित संगठनों द्वारा आज सुबह होते ही शिवपुरी में निवास कर रहे मध्य प्रदेश शासन के राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त मछुआरा बोर्ड के उपाध्यक्ष राजू बाथम का घेराव कर डाला। माई के लालो  की टोली नारेबाजी करते हुए हाथों में काले झंडे और तख्तियां लेकर राजू बाथम के घर जा पहुंची जिसे देख कर वो भौचक्के रह गए सपाक्स समाज की टोली ने इस बिल के विरोध में व आरक्षण के विरोध में जमकर नारेबाजी की और काले झंडे दिखाए। 

बुरी तरह से रोष प्रकट करते हुए युवाओं ने राजू बाथम से सरकार के इस काले कानून की निंदा की और उन्हें स्पष्ट लहजे में कहा गया कि वे जनप्रतिनिधि होने के नाते क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं और उन्हें इस काले कानून के विरोध में आगे आना चाहिए था। युवाओं की टीम का यह आक्रोश था कि 795 जनप्रतिनिधियों के संसद में बैठे होने के बाद भी यह काला कानून लागू कर दिया गया। 

सभी का कहना था कि यह कानून देश की सुरक्षा  व सामाजिक एकता में जहर घोल रहा है और तमाम वर्गों में मतभेद की स्थितियां पैदा कर रहा है ।उन्होंने राज्य मंत्री से भी इस एक्ट के विरोध में साथ देने की अपील करते हुए कहा कि उन्हें बड़े नुमाइंदों को इसकी हकीकत बताना चाहिए क्योंकि इस प्रकार से इस एक्ट के दुरुपयोग के पूरी संभावनाएं है। 

युवाओं ने आरक्षण पर भी खुलकर आक्रोश व्यक्त किया। युवा की टोली हाथों में काले झंडे के लिए हुए थी जो उन्हें जमकर दिखाए गए साथ ही हमें माई के लाल, एससी एसटी एक्ट बंद करो, आरक्षण समाप्त करो जैसे नारे लगाते हुए काले झंडे व तख्तियां भी लहराई गयी।

युवाओ का कहना था कि इस काले कानून के विरोध में किसी भी मंत्री-विधायक का शिवपुरी में आने पर पूर्ण विरोध करेंगे और काले झंडे दिखाएंगे। राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त राजू बाथम ने भी यह स्वीकार किया कि इस कानून से दुरुपयोग होगा और इसे वापस लिया जाना चाहिए।उन्होंने विरोध स्वरूप काली पट्टी भी बांधी।