
कलेक्टर को सौंपे ज्ञापन में युवाओं ने कहा कि नपाध्यक्ष की उपस्थिति में तात्याटोपे की प्रतिमा के फाउण्डेशन को सब्बलों और फावड़ों से तोड़ा गया तथा तोडऩे वाले मजदूरों ने तात्याटोपे के सम्मान का भी ध्यान नहीं रखा और उन्होंने अपनी कार्यवाही को जूते पहनकर जारी रखा। इससे बढक़र शहीद का क्या अपमान हो सकता है। इससे शहरवासी नगरपालिका के इस कृत्य से आहत हैं जिसकी घोर निंदा की जाती है।
ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया है कि प्रतिमा का स्थानांतरण भी एक षडय़ंत्र है, क्योंकि जिस स्थान पर तात्या टोपे को फांसी दी गई थी उस स्थान को बदला नहीं जा सकता है। शिवपुरी की पहचान तात्या टोपे से है। ऐसी स्थिति में शहर के लोग इस तरह का कृत्य बर्दाश्त नहीं करेंगे। अगर प्रशासन और नपा प्रशासन ने इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं की तो जल्द ही एक उग्र प्रदर्शन होगा। ज्ञापन सौंपने वालों में आशुतोष शर्मा, शशांक चौहान, बीपी परमार, विनोद पुरी, रमेश कुमार, नरेश, संदीप सिंह चौहान, अब्दुल्ला सहित अनेकों युवा मौजूद थे।