यशोधरा राजे द्वारा अचानक लावारिस छोड़ दी गई शिवपुरी को केपी सिंह और उनके समर्थकों से बचाने वाले श्रीमंत महाराज साहब, आपको नमस्कार है। शिवपुरी के सहकारी बैंक को बचाने वाले श्रीमंत महाराज साहब, आपको नमस्कार है। पिछड़े हुए शिवपुरी को विकास की दौड़ में शामिल करने वाले श्रीमंत महाराज साहब आपको नमस्कार है।
अपने प्रचार के लिए गरीब बहन को बदनाम करने वाले श्रीमंत महाराज साहब, आपको नमस्कार नहीं कर सकते। वह कौन है जो आपके साथ खड़े होकर आपकी पीठ में खंजर भोंक रहा है। एक गरीब बहन को तंबाकू खाते हुए पकड़ना और फिर उसे छोड़ने की प्रेरणा देना, यह तो अच्छी बात है लेकिन आपको किसने बताया कि, अपने प्रचार के लिए उसका वीडियो वायरल कर देना अच्छी बात है। आप तो शिवपुरी को अपना परिवार कहते हैं। कोई अपने परिवार को ऐसे एक्सपोज करता है क्या।
हम आपके जितने उच्च शिक्षित नहीं है परंतु फिर भी हमने फोटो में बहन का चेहरा नहीं दिखाया। आपकी PR एजेंसी ने पूरा वीडियो वायरल कर दिया। सावधान महाराज, इसी तरह के प्रचार अभियान, जनता में आपकी नेगेटिव छवि बनाते हैं।