प्रशासन की उदासीनता का शिकार सडक़े बनी जानवरों का बसेरा

कोलारस। इन दिनों प्रशासन की अनदेखी एवं लापरवाही के चलते नगर के हृदय स्थल जगतपुर तिराहे से लेकर बस स्टैंड व मानीपुरा इलाके पर आबारा पशुओं का जमघट आसानी से देखा जा सकता है। प्रमुख चौराहे पर आवारा पशुओं का विचरण यातायात व्यवस्था में व्यवधान पैदा कर रहा है लेकिन तमाम शिकायतों के बाद भी प्रशासन ने इस ओर ध्यान देना मुनासिब नहीं समझा है जिसके चलते दिन-प्रतिदिन आवारा मवेशियों के साथ अप्रिय घटना घटित हो रही हंै।

जगतपुर चौराहा नगर के सबसे अधिक भीड़-भाड़ वाले चौराहों में गिना जाता है। नगर एवं वाहर से आने वाले दुपहिया एवं चार पहिया वाहन इसी चौराहे से होकर गुजरते हैं लेकिन यहीं आसपास बैठे आबारा पशु दुर्घटनाओं को खुला आमंत्रण दे रहे हैं जो स्थानीय प्रशासन की लापरवाही का प्रतीक प्रमाण है। 

नगर के दीपक शिवहरे, पंकज जैन, वलवीर निवौरिया, रफीक खांन, आशीष पाठक, धर्मेन्द्र शिवहरे, कल्लू गौड आदि जागरूक नागरिकों ने मुख्य बाजारों एवं चौराहों पर दिन एवं रात में विचरण करने वाले पशुओं को वहां से हटवाने की शिकायतें स्थानीय प्रशासन को की हैं लेकिन जिम्मेदारों ने शिकायतों के बावजूद आवारा पशुओं को गौशाला एवं कांजी हाउस में बंद रखने के प्रति गंभीरता से नहीं सोचा है। 

नगर के जगतपुर चौराहे एवं प्रमुख बाजारों में घूमते आवारा पशुओं से जहां जाम की स्थिति निर्मित होती रहती है वहीं लगातार एक पर एक हादसे घटित हो रहे है। यहां तक कि चौराहों पर आबारा सांड़ आपस में धमाचौकड़ी करते भी देखे जा सकते हैं। चौराहों पर यातायात पुलिस के आरक्षकों की ड्यूटी भी रहती है लेकिन वह पशुओं को विचरण करते देखते रहते हैं परन्तु यातायात में बाधक बनने वाले पशुओं को हटाने की जरूरत महसूस नहीं समझ रहे हैं। 

स्थानीय प्रशासन एवं यातायात पुलिस के इस ओर ध्यान न दिये जाने से आवारा पशुओं का विचरण यातायात के व्यवस्था के लिये परेशानी का बायस बना हुआ है। जगतपुर चौराहे के अलावा नगर के एबी रोड मानीपुरा, बस स्टैंड, जगतपुर कोर्ट रोड एवं एप्रोच रोड सब्जी मंडी आदि क्षेत्र में भी आवारा पशुओं का सडकों पर जमघट जी का जंजाल बना हुआ है।

आवारा पशुओं को गौशाला पहुंचाया जाएगा: शिवहरे
कोलारस नगर परिषद अध्यक्ष रविन्द्र शिवहरे ने कहा कि मामला आपके द्वारा संज्ञान में लाया गया है।  हम नगर परिषद के दो कर्मचारियों को नगरीय इलाके में तैनात कर आवारा मवेशियों को सडक से हटवाकर गौशाला पहुंचाएगें।