शिक्षा विभाग के सरदार ने लिया यूटर्न, 1 माह पुराना आदेश वापस

शिवपुरी। वैसे तो शिवपुरी जिला, शिक्षा के सरदार के काम से अच्छी तरह से बाकिब है। यहां शिक्षा के सरदार के सामने सरेआम शिकायतें आने के बाद भी शिक्षा के सरदार शिक्षा माफियाओं पर कार्यवाही तो दूर महज नोटिस जारी करने से हमेशा से ही सुर्खिया बटौरते रहे है। आज तो शिक्षा के सरदार ने हद करते हुए अपने ही आदेश को दरकिनार कर अपने ही आदेश को वापिस ले लिया। 

सर्व शिक्षा अभियान के तहत जिला शिक्षा केंद्र में पदस्थ एपीसी और जनपद शिक्षा केंद्रों में पदस्थ प्रभारी बीआरसीसी से महीने भर बाद ही प्रभार वापस लेकर वहां स्थानीय स्तर पर प्रभार दे दिए गए हैं। प्रभारी डीपीसी परमजीत सिंह गिल ने शनिवार को इस संबंध में आदेश भी जारी कर दिए हैं। इस परिवर्तन की जद में जिला शिक्षा केंद्र के एपीसी ईएंडआर के प्रभारी बनाए गए संतोष गर्ग से प्रभार हटा लिया गया है। उन्हें यह प्रभार उनके हायर सेकंडरी स्कूल मुढ़ैरी के साथ साथ दिया गया था।

इसी तरह जिला शिक्षा केंद्र में पदस्थ एपीसी एकेडमिक अशोक जैन को बदरवास बीआरसीसी का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था उनसे भी ये प्रभार वापस ले लिया है। हालांकि उन्हें अब एकेडमिक के साथ साथ एपीसी ईएंडआर का भी प्रभार दिया गया है। जबकि बदरवास बीआरसीसी का प्रभार बीईओ केसी खटीक को सौंपा गया है। बदलाव के इस क्रम में करैरा के हायर सेकंडरी स्कूल डामरौन में पदस्थ अध्यापक संजय भदौरिया से भी खनियाधाना बीआरसीसी का प्रभार वापस ले लिया गया है। 

उनके स्थान पर मिडिल स्कूल में पदस्थ हेडमास्टर आशाराम वंशकार को खनियांधाना बीआरसीसी का प्रभार सौंपा गया है। बता दें कि करीब महीने भर पहले न्यायालयीन स्थगन समाप्त होने के चलते तत्कालीन एपीसी संदीप अष्ठाना, बदरवास बीआरसीसी राजेश कमठान व खनियांधाना बीआरसीसी विनोद गुप्ता की प्रतिनियुक्ति समाप्त कर उन्हें मूल संस्था पर भेज दिया गया था और उनके स्थान पर इन शिक्षकों व अधिकारियों को प्रभार दिया गया था जिसे आज समाप्त कर दिया गया।

इनका कहना है
उक्त पदों पर प्रभार दिए गए थे लेकिन उनकी संस्था से दूरी अधिक होने के कारण प्रभार हटा दिया गया है और इनके स्थान पर स्थानीय स्तर पर पदस्थ अधिकारी व शिक्षकों को प्रभार सौंपा गया है।
परमजीतसिंह गिल, डीईओ शिवपुरी