शिवपुरी में फिर शुरू हुआ जलक्रांति का सत्याग्रह

शिवपुरी। शहर में 9 वर्ष पूर्व 61.85 करोड़ रुपये की लागत से प्रारंभ हुई सिंध जल परियोजना के आज 125 करोड़ रुपये लागत हो जाने के बावजूद शहर की जनता को पानी पिलाने में नाकामयाब साबित हुई है। जनता के खून पसीने की इतनी बड़ी राशि का दुरूपयोग तो इस परियोजना में स्पष्ट दिखाई देता है साथ ही इस परियोजना में हुआ जबरदस्त घोटाला भी किसी से छुपा नहीं है। इस परियोजना में हर बार जनता को पानी के स्थान पर झूठे आश्वासन ही प्राप्त हुए है। जहाँ इस परियोजना को पतीला लगाने वाले दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही होना चाहिए था परन्तु उन दोषियों पर कार्यवाही न कर उनके हौसलों को बुलंद किया गया। गुणवत्ता विहीन पाइप लाइन, जिम्मेदार अधिकारियों की देख-रेख के अभाव में 9 वर्ष इस परियोजना के बीत जाने के पश्चात बार बार पाइप लाइन फूट रही है।

26 सितम्बर 2009 को इस परियोजना का प्रारंभ हुआ जिसे 25 सितम्बर 2011 तक पूर्ण होना था परन्तु 12 जून 2013 को इस परियोजना को पूरी तरह से बंद कर दिया गया और शासन, प्रशासन एवं नगर पालिका के जिम्मेदार व्यक्तियों के द्वारा शहर के लिए सबसे आवश्यक इस परियोजना को पूर्ण करने की दिशा में कोई प्रयास नहीं किये गए। जिसके विरोध में 16 जून 2015 को पब्लिक पार्लियामेंट नामक सामाजिक संगठन ने शहरवासियों के सहयोग से अनिश्चितकालीन जल क्रांति आन्दोलन का आगाज किया जो 25 दिन तक चला एवं इस आन्दोलन में शहर के तमाम सामाजिक संगठनों, संस्थाओं एवं शहर के समस्त जागरूक नागरिकों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। 

इस आन्दोलन को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री, स्थानीय विधायिका के आश्वासन पर 10 जुलाई 2015 को इस शर्त पर समाप्त किया गया कि आगामी 6 माह में उक्त योजना को किसी भी कीमत पर पूर्ण किया जाएगा परन्तु आज दिनांक तक इस परियोजना को पूर्ण नहीं किया जा सका है। जिसके कारण पब्लिक पार्लियामेंट पुनः आन्दोलन करने पर विवश है।

कल तक बटन दबा कर इस परियोजना का श्रेय लेने वाले लोग आज एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे है जबकि शहर की जनता आज भी प्यासी की प्यासी ही है। ऐसे में जनता की पीढ़ा को महसूस कर पब्लिक पार्लियामेंट ने आज दिनांक 21 अप्रैल 2018 से पुनः जलक्रांति सत्याग्रह का प्रारंभ किया है। जल क्रांति सत्याग्रह के लिए संस्था ने जिला कलेक्टर से विधिवध अनुमति ली है जिसे पूर्व में धारा 144 के चलते प्रदान नहीं किया गया था। आज से प्रारंभ इस सत्याग्रह का प्रारंभ वेद मन्त्रों एवं राष्ट्रगान के साथ किया गया। सत्याग्रह के प्रथम दिन क्रमिक अनशन के क्रम में ब्रजेश अग्निहोत्री एवं सौमित्र तिवारी 24 घंटे के लिए अनशन पर बैठे। सत्याग्रह के क्रम में आगामी दिनों में प्रत्येक वार्डों के लोगों द्वारा सहभागिता प्रदान की जाएगी। आज से प्रारंभ हुए सत्याग्रह में पेंशनर्स एसोसिएशन एवं भारत संस्कृति न्यास के द्वारा अपना पूर्ण समर्थन पब्लिक पार्लियामेंट को प्रदान किया एवं शहर की जनता से अनुरोध किया कि इस सत्याग्रह में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लें।

जलक्रांति सत्याग्रह के प्रारम्भ होते ही पब्लिक पार्लियामेंट ने शासन, प्रशासन से यह मांग की है कि शीघ्र ही गुणवत्तापूर्ण युक्त पाइप लाइन डालकर शहर के प्रत्येक घर में पानी पहुँचाया जाए। साथ ही साथ परियोजना के विलम्ब के लिए दोषियों को सजा दी जाए जिसके लिए उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन शीघ्र-अतिशीघ्र किया जाए।