सिंध जलावर्धन योजना: कछुए से मिटा कलंक, 3 किमी प्रति साल से कम रही स्पीड

बस यू ही ललित मुदगल, शिवपुरी। शिवपुरी के प्यासे कंठो की प्यास बुझाने वाली सिंध जलावर्धन योजना की गति की बात करे तो योजना की चाल की बात करे तो इसने कछुए पर लगें कलंक को मिटा दिया है। सिंध जलावर्धन योजना की स्पीड 3 किलोमीटर प्रति साल से भी कर रही है। पीपीपी मोड के इस प्रोजेक्ट पर अभी तक 77 करोड़ रुपए खर्च कर दिए गए हैं। सिंध जलावर्धन योजना के प्रोजेक्ट पर 93 करोड़ रूपए खर्च होने है। इसमें से 60 करोड रू शिवुपरी नगर पालिका को खर्च करने है और बाकी 33 करोड रू इस प्रोजेक्ट पर काम कर रही कंपनी दोशियान को खर्च करने है। 

इसके आलावा प्रोजेक्ट में देरी होने के कारण इस योजना में 8 करोड प्राईस मनी की बढोत्तरी हुई है। इसमें 4 करोड रू दोशियान कंपनी ले चुकी है। इस इस प्रोजेक्ट में सिंध डेम से शिवपुरी पानी लाना था और इसके लिए दोशियान कंपनी को 29 किमी की लाईन शिवपुरी तक लानी थी। इस योजना को शुरू हुए करीब 10 साल हो गए है। 

अभी कुछ माह पूर्व ही लाईन शिवपुरी तक पहुंची है। लेकिन पानी कुछ महिने पूर्व ही आया है,इस लाईन में भी लीकेंज की शिकायते आ रही है। इस योजना की स्पीड की बात करे तो 3 किमी प्रति साल की स्पीड से काम हुआ है। इतनी धीमे तो कछुआ भी नही चलता है। इस योजना के कारण कछुए पर से धीमी चाल का कलंक मिट गया है।