शिवपुरी। किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी, हैकिंग या अन्य कोई मोबाईल बैंकिग संबंधी समस्या से यदि कोई आमजन पीडि़त है तो वह सबसे पहले डिजीटल ट्रांजेक्शन करते समय सावधानी और जागरूकता का अवश्य ध्यान रखें, एसबीआई के सभी एप सुरक्षित और आधुनिक टैक्नॉलोजी से परिपूर्ण है इसीलिए एसबीआई पर लोगों का भरोसा है।
लेकिन आज कई हैकर कई तरह से मोबाईल का पिनकोड या एटीएम चुराकर हैकिंग कर मानव जाति के लिए खतरा है इससे बचें और एसबीआई समय-समय पर जागरूकताओं के लिए कार्यशालाओं के माध्यम से लोगों को जागरूक करें। उक्त विचार प्रकट किए एडीजे श्री पी.के.शर्मा ने जो स्थानीय होटल शिवम पैराडाईज में आयोजित टाउन हॉल मीटिंग में आयोजित संवाद कार्यक्रम को मुख्य अतिथि की आसंदी से संबोधित कर रहे थे।
इस दौरान विशिष्ट अतिथिद्वयों में शाहबाज आलम मुख्य प्रबंधक एसबीआई गुरूद्वारा, डी.पी. शर्मा प्रबंधक एसबीआई शाखा न्यू ब्लॉक, रमेशचंद भारतीय मुख्य प्रबंधक क्षेत्रीय व्यावसायिक कार्या. शिवपुरी व विष्णु अग्रवाल सचिव चेंबर ऑफ कॉमर्स शिवपुरी मौजूद रहे। इस दौरान व्यावसायिक फर्मोँ से जुड़े प्रतिनिधियों में दीपेश अग्रवाल, नरेश सडाना, सचिन गुप्ता, धर्मचंद जैन छाजेड़, शशिकांत पाण्डे, गजेन्द्र रघुवंशी, विनायक सेठ, रणकेन्द्र सिंह कुशवाह आदि सहित अन्य व्यावसायी मौजूद थे।
टाउन हॉल मीटिंग का आयोजन डीपी शर्मा मु य प्रबंधक न्यू ब्लॉक शाखा द्वारा किया गया जिसमें संवाद के तहत अंकित यादव डिप्टी मैनेजर द्वारा व्यावसाईयों की समस्याओं को बड़े सरल तरीके से दूर किया गया। इसके अलावा संजय वर्मा, जयदीप लश्करी व हुकुमचंद सेन ने व्यावसाईयों को एसबीआई ऐप के बारे में जानकारी दी और प्रोजेक्टर के माध्यम से लोगों की जागरूकता से संबंधित क्लिप का भी प्रदर्शन किया गया।
सुरक्षित है एसबीआई का क्विक ऐप
टाउन हॉल मीटिंग कार्यक्रम में प्रबंधक न्यू ब्लॉक डीपी शर्मा ने बताया कि एसबीआई के जितने भी ऐप है वह सुरक्षित है और अब नया एप एसबीआई क्विक एप स्विच ऑन/ऑफ आधुनिक कई पद्वतियों से लैस है इससे जहां यदि किसी का कोई एटीम खेा जाता है या चुरा लिया जाता है तो वह इसका उपयोग करे उससे पहले ही मोबाईल एप के माध्यम से अपने बैंक खाते के एटीएम को खाते के द्वारा बंद कर सकते है इसके अलावा जब भी ऑनलाईन कुछ भी कार्य करना है तो मोबाईल क्विक एप पर जाए अपना काम करें और ऐप को बंद कर दें तो किसी भी प्रकार से आपके खाते की राशि कोई नहीं चुरा सकता।
एसबीआई नहीं करता कॉल, ना ही मांगता है ओटीपी या अन्य जानकारियां
गुरूद्वारा शाखा में कार्यरत संजय वर्मा द्वारा बताया गया कि भारतीय स्टेट बैंक द्वारा किसी भी प्रकार से उपभोक्ताओं को ना तो कोई कॉल किया जाता, ना ही ओटीपी पासवार्ड मांगा जाता और ना ही एटीएम का नंबर अथवा अन्य कोई भ्रामक जानकारी, इसलिए इस तरह की असावधानियों से बचें और कोई भी समस्या हो तो एसबीआई की हेल्पलाईन और संबंधित बैंक की शाखा में पहुंचकर अपनी समस्या केा बताए और उसका समाधान कराऐं।
साथ ही अन्य लोगों को भी इसी तरह जानकारी देकर जागरूकर करने में अपना योगदान दें। इसके अलावा जब भी एटीएम से पैसे निकाले तो पीछे वाले व्यक्ति से कहें कि वह 5 कदम दूर रहे और जब भी एटीएम मशीन में पिन कोड डालें तो हाथ से ढंककर ही डाले ताकि चोरी होने की संभावना ही ना रहे।