
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्ष 2013 में ग्राम पारेश्वर मेें फरियादी जसवंत पाल की कल्लू लोधी ने मारपीट की थी जिस पर आरोपी कल्लू उर्फ कल्याण सिंह के खिलाफ फरियादी जसवंत पाल ने मारपीट का मामला थाने में दर्ज कराया था जिसकी सुनवाई न्यायालय में चल रही थी। मामले में राजीनामें के लिए फरियादी तैयार नहीं था तो आरोपी ने अपने अभिभाषक अमृतलाल लोधी निवासी पिछोर के साथ मिलकर फरियादी के स्थान पर किसी राजू लोधी निवासी गटोरा को 28.11.2015 में न्यायालय के समक्ष फरियादी बताते हुए खड़ा कर दिया था।
जिसकी पहचान स्वयं अभिभाषक अमृतलाल और दो गवाह जुझार सिंह व सहाब सिंह लोधी ने की। जिसके आधार पर उक्त प्रकरण में राजीनामा हो गया। बाद में जब वास्तविक फरियादी को ज्ञात हुआ कि उसकी राजामंदी न होने के बाद भी प्रकरण में राजीनामा कैसे हो गया इसकी जानकारी उसने एकत्रित की तो उसे ज्ञात हुआ कि आरोपीगणों ने न्यायालय में धोखाधड़ी कर प्रकरण में राजीनामा कर लिया। जिसकी शिकायत उसने आवेदन देकर न्यायालय में की थी और उसी आवेदन की जांच के बाद यह प्रकरण कायम कर लिया गया।