बड़ी खबर: डकैतों ने मारवाड़ी डेरों से तीन लोगों का किया अपहरण, एक को छोड़ दिया

शिवपुरी। पोहरी अनुविभाग के अंतर्गत परासरी के जंगल से अज्ञात हथियारबंद गिरोह ने मारवाडी के डेरे से तीन आदिवासी मजदूरों का अपहरण कर सनसनी फैला दी। बाद में इन तीन अपहृतों में से डकैतों ने एक को मुक्त कर दिया। डकैत गिरोह ने दो आदिवासी मजदूरों की रिहाई के लिए डेरा संचालक बाबूराम गुर्जर के पास संदेश भेजा है। एसडीओपी पोहरी अशोक घनघोरिया ने आदिवासी मजदूरों के अपहरण की पुष्टि की है। लेकिन साथ ही कहा है कि डकैत गिरोह रास्ता दिखाने के लिए आदिवासियों को साथ ले गये होंगे। अपहरण की इस बारदात से सनसनी फैल गई है और पुलिस ने जंगल की सर्चिंग शुरू कर दी है। 

जानकारी के अनुसार बाबूराम गुर्जर मारवाड़ी निवासी पाली राजस्थान पिछले दिनों अपना डेरा लेकर पोहरी के जंगल में भेड़ एवं ऊंटों को चराने के लिए आया हुआ है। इसके डेरे में 30 से 35 ऊंट एवं लगभग 1200 भेडें बताई जाती है। डेरा संचालक बाबूराम गुर्जर ने डेरे पर  उटों की देखरेख के लिए छोटू आदिबासी महाराज आदिवासी निवासीगण लोखरी पोहरी एवं मुकेश आदिवासी निवासी सनबारा को नौकरी पर रखा था। बताया जाता है कि गत रोज उक्त तीनों आदिवासी जंगल में उटों को लेकर गए थे। 

इसी दौरान एक सात सदस्यी हथियारबंद गिरोह द्वारा उक्त तीनों आदिवासियों को अपने साथ ले गया। सूत्रों का कहना है कि गिरोह द्वारा उठाए तीनों आदिवासियों में से छोटू आदिवासी को आज दोपहर के समय गिरोह ने छोड़ दिया। बदमाशों द्वारा जिस आदिवासी को छोड़ा गया है उससे डेरा संचालक बाबूराम गुर्जर मारवाड़ी को सूचना भेजी गई है कि वह 24 घंटे के भीतर रेंहट के जंगल में उनसे आकर मिले तभी शेष दोनों आदिवासियों को छोड़ा जाएगा। उधर इस घटना के बाद डेरा संचालक बाबूराम ने परासरी से अपना डेरा हटा लिया है और वह डेरे को पोहरी के ही बमरा क्षेत्र में ले गया है।  

गुर्जरों के गांव से बदमाशों ने ली थी रसद 
पोहरी क्षेत्र में एकाएक बदमाशों की सुगबुगाहट से पुलिस महकमा सक्रिय दिखाई दे रहा है और इस गिरोह की घेराबंदी के लिए कई टीमें जंगल में सर्चिंग करती दिखाई दी। लेकिन देर शाम तक पुलिस को गिरोह के मूवमेंट के बारे में कोई पुख्ता जानकारी हाथ न लगना बताया जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि जिस गिरोह की तलाश में पुलिस जंगल की खाक छान रही है उस गिरोह द्वारा बीती रात झलमाड़ा सिकंदपुरा थाना छर्च के ग्रामीणों से रसद ली गई थी। जहां से रसद लेने के बाद  गिरोह ने तत्काल गांव छोड़ दिया। सूत्रों का तो यह तक कहना भी है कि इस गिरोह में जो सात सदस्य है उन सभी की उम्र 25 से 35 के बीच की है। 

आज लगभग 100 पुलिसकर्मी करेंगे गिरोह की घेराबंदी
डकैत गिरोह द्बारा आदिवासी चरबाहों को उठाये जाने के बाद पुलिस ने भी सर्चिंग अभियान शुरू कर दिया है।आज पोहरी क्षेत्र की पुलिस द्बारा सर्चिंग की गई।बताया जाता है कि कल एड़ी टीम के अलाबा सुरवाया गोपालपुर बैराड़ छर्च थानों के अलाबा अन्य कई थाना क्षेत्रों के लगभग एक सैकड़ा पुलिसकर्मी उक्त गिरोह की घेराबंदी के लिए जंगल में उतरेगी।इस सर्चिंग अभियान को पोहरी एसडीओपी अशोक घनघोरिया द्बारा लीड किया जायेगा।

इनका कहना है-
हमारा क्षेत्र में जंगल ऐरिया अधिक है जिस कारण भिण्ड, मुरैना, राजस्थान धौलपुर के बदमाशों पर जब अधिक दबाव पड़ता है तो वे फरारी काटने इस क्षेत्र में आ जाते है। रही बात अपहरण की तो मजदूरों पर क्या रखा है जो उनका अपहरण किया जाएगा। ऐसा हो सकता है कि बदमाश रास्ता पूछने के लिए अपने साथ ले गए हो।
अशोक घनघोरिया, एसडीओपी पोहरी