
जेपी नागर पुत्र स्व. जीआर नागर (50) ने पुलिस को शिकायत में बताया कि वाहिनी में पदस्थ आरक्षक बीरबल गुर्जर के खिलाफ विभागीय जांच चल रही थी। शनिवार को रात वह 18वीं वाहिनी गेट चाय केंटिन के पास आया और उससे जांच को अपने पक्ष में करवाने की बात कहने लगा।
जिस पर जेपी नागर ने मना कर दिया। इसी बात को लेकर आरक्षक गाली-गलौंज करने लगा जब नागर ने उसे ऐसा करने से मना किया तो लात-घूसों से जमकर मारपीट कर दी और जान से मारने की धमकी देकर भाग गया। घटना में सहायक सेनानी नागर चोटिल हो गया। मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।