एसपी की छवि को धूलित करते दरोगा जी..........काश थोड़ी तहजीब सीख लेते

शिवपुरी। सभ्यता सौम्यता और मिलनसार प्रवृत्ति के कारण भले शिवपुरी पुलिस अधीक्षक सुनील पांडे आमजन में पुलिस की छवि को सुधारने का अभिनव प्रयोग कर रहे हैं किंतु यदाकदा उनके मातहत उनकी साख पर बट्टा लगाने में भी कोई कसर नहीं छोड़ रहे। स्थिति यह है कि जहां पर पुलिस अधीक्षक श्री पांडे आम आदमी से भी म्रदु भाषा में वार्तालाप करके उनका दिल जीत लेते हैं वही उनके चंद अधीनस्थ पुलिस की वर्दी में स्वयं को शहंशाह मानते हुए एक आम आदमी को बेवकूफ मानने की गलती कर बैठते हे। 

सिर्फ इतना ही नहीं, बात आम आदमी की हो तो भी ठीक है किसी घटनास्थल पर खबर एकत्रित करने गए खबरनवीस तक से यह मातहत अमर्यादित लहजे में बात करने से नही चूकते। आज ऐसा ही वाकया उस समय भी सामने आ गया जब पुलिया के नीचे एक नवजात का शव होने की सूचना पाकर कुछ खबरनवीस मौके पर कवरेज करने गए जहां मौजूद सब इस्पेक्टर की अमर्यादित शब्दशैली ने पुलिस अधीक्षक की साख पर सट्टा लगाने का प्रयास किया ।

हुआ यूं कि आज सुबह पोहरी रोड पर पुलिस अधीक्षक बंगले के निकट पुलिया के नीचे एक नवजात का शव होने की सूचना प्रसारित हुई जिस पर पत्रकार दीपक अग्रवाल भी मौके पर पहुंचे। तत्समय वहां मौजूद सब इंस्पेक्टर आर एस यादव से उन्होंने यह जानने का प्रयास किया कि पुलिस को यह सूचना कितनी देर पहले प्राप्त हुई । शायद वर्दी के रंग में रंगे श्री यादव को यह बात रास नहीं आई और उन्होंने पूर्णता अमर्यादित शैली में अश्लील भाषा का प्रयोग करते हुए संवाददाता को दूर रहने की नसीहत परोस दी। थानेदार साहब की शब्द शैली भी ऐसी थी के जिसका वर्णन शब्दों में सार्वजनिक करना पूर्ण अमर्यादित होगा ।

थानेदार साहब की इस शैली से अग्रवाल भी हतप्रभ रह गए और उन्होंने तत्काल इसकी सूचना अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमल मोर्य को दी। समस्त पत्रकारों में भी पुलिस के सब इंस्पेक्टर की इस शैली का विरोध रहा। यहां प्रश्न यह उठता है कि एक और शिवपुरी जिले में ऐसे पुलिस अधीक्षक मौजूद हैं जो शांत स्वभाव के लिए जाने जाते हैं ।सहज और मिलनसार रुख के कारण कोई भी आम आदमी श्री पांडे से मिलने में संकोच नहीं करता और यही वजह है कि शिवपुरी जिले में पुलिस अधीक्षक श्री पांडे को आमजन का जो सहयोग मिल रहा है वह उनकी उपलब्धियों के कार्यकाल को तो बढ़ा ही रहा है साथ ही पुलिस की बिगड़ी हुई छवि को भी साफ कर रहा है ।

हाल ही में पुलिस अधीक्षक श्री पांडे ने पीएससी की परीक्षा में विभिन्न पदों पर चयनित हुए विद्यार्थियों व हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी की परीक्षा में प्रदेश में नाम रोशन करने वाले छात्रों के सम्मान समारोह की एक अभिनव पहल की जिसका चौतरफा प्रशंसा हुई। पुलिस के इस स्वभाव ने आम जन के मन में पुलिस की छवि को सुधारने के लिए अचूक कार्य किया किंतु आज हुए इस घटना क्रम में एक बात यह अवश्य स्पष्ट हो गई थी पुलिस कप्तान भले पुलिस की छवि को सुधारने के लिए आमजन से सरल और सौम्य स्वभाव रखकर उनका दिल जीतने का प्रयास कर रहे हो किंतु मातहत वर्दी के रंग में रंग कर कुछ ना कुछ उल्टा कर बैठने में कोई गुरेज नहीं कर रहे । बहरहाल इस घटनाक्रम से खबरनवीसों में रोष भी है और उन्होंने पुलिस कप्तान से भी यह मांग की है कि पुलिस  के इस अधिकारी को मीडिया से माफी मांगनी चाहिए।