बिजली विभाग को सरकार ने पब्लिक को लूटने का काम दे रखा है

ललित मुदगल/शिवपुरी। जनता की सुविधा और मदद के लिए सरकार ने विभिन्न विभागों का गठन किया था लेकिन एक विभाग सरकार ने ऐसा बनाया है जो सिर्फ जनता को लूटने का काम करता है। अन्य विभाग जनता के सुविधा की योजना बनाते है और सरकार का यह विभाग केवल जनता को लूटने का योजनाए बनाता है। 

आईए मिलते है सरकार के इस विभाग से 
इस विभाग को काम आपकी सडक़ो और घरो को रोशन करने का काम है,आप ठीक समझे हम बात कर रहे है बिजली विभाग की,वैसे तो इस विभाग का काम आपके घरो को रोशन आप की सडको को रोशन करना है। लेकिन यह काम तो यह ठीक से करता नही है। लेकिन आपको लूटने का काम अवश्य करता है। 

ऐसे करता है यह जनता की लूट 
बिजली विभाग अपने ग्राहको को लूटने के लिए  बिलो में नए-नए फर्मूलो का इस्तेमाल करता है। अंकलित खपत के नाम पर बिलो में भरी बढोत्तरी करना बिजली विभाग का पसंदीदा काम है। जो उपभोक्ता इनके ऑफिसो में चक्कर लगाकर अपना बिल सही करवा ले जाए तो ठीक,नही तो हर महिने का चूना विभाग ने उपभोक्ता पर ठोक दिया । ऐसे उपभोक्ता कम ही होते है जो विभाग के चक्कर लगा पाते है। बाकी बिजली विभाग के नए फार्मूले में फिट होकर लूट जाए। 

दूसरी स्कीम है,सुरक्षा निधि के नाम पर  उपभोक्ताओ को लूटना,आखिर यह किसी को जानकारी नही है कि सुरक्षा निधि के नाम पैसा वसूल कर बिजली विभाग द्वारा उपभोक्ताओ को क्या सुरक्षा दीे जाती है। 

एक तरफ सरकार बिजली बचाने के लिए सीएफएल,एलईडी का प्रयोग कर बिजली बचत करने के लिए करोडो रूपए विज्ञापन में देकर ग्राहको को जागरूक कर रही है,तो दूसरी और सरकार का यह लूटने वाला बिजली विभाग अकलित खपत के नाम ऐसा बिल उपभोक्ता को देता है कि उसके दिमाग में हजारो सूर्य की रोशनी के समान उजाला हो जाता है। 

शिकायत करने से भी गया उपभोक्ता
विद्युत में खराबी होने पर उपभोक्ता स्थानीय चाबीघर पर अपनी शिकायत दर्ज कराकर विद्युत लाईन जैसे तैसे ठीक करा लेता था, लेकिन जबसे विद्युत समस्याओं के निराकरण के लिए ऑनलाईन प्रक्रिया अपनाई गई है तब से उपभोक्ता अपना दुखड़ा रोने से भी गया। 

विद्युत मंडल के अधिकारियों एवं नीति निर्धारणकर्ताओं द्वारा इस तथ्य पर विचार क्यों नहीं किया गया कि जब एक शहर की शिकायतें विद्युत कर्मचारी समय पर दुरूस्त नहीं कर पाते तब भोपाल से  टेलीफोन अटेंडर के माध्यम से समूचे प्रदेश की विद्युत समस्याओं का निराकरण कैसे हो पाएगा। 

एक उपभोक्ता द्वारा अपनी व्यथा बताते हुए बताया गया कि विद्युत मंडल द्वारा निर्धारित मोबाईल क्रमांक 18002331912 सैकड़ों बार फोन किए जाने के बाद भी कोई सार्थक कार्यवाही नहीं की गई। 

बिजली विभाग का काम सिर्फ लाईट कटौती करना
विद्युत मंडल के कर्मचारियों की लापरवाही का आलम यह है कि दिन हो या रात चाहे जब विद्युत कटौती कर दी जाती है। जिसका भी कोई समय निर्धारित नहीं है। ऐसी भीषण गर्मी के चलते नागरिकों को परेशानी का सामना तो करना ही पड़ता है। शहर की जनता को पेयजल की समस्या से पूर्व ही जूझना पड़ रहा है। साथ ही विद्युत कटौती किए जाने से उसमें चार चांद लग जाते हैं। समाचार पत्रों द्वारा विद्युत मंडल का बार-बार ध्यान इस ओर आकृर्षित किए जाने के उपरांत भी कोई सार्थक कार्यवाही नहीं की जाती। जबकि इसके विपरीत शहर भर में स्ट्रीट लाईटें दिन भर जली हुई कभी भी देखी जा सकती हैं।