
आरोपी अग्रवाल का कहना है कि इतने गंभीर आरोपों के बाद उनका मन तो आत्महत्या करने के लिए प्रेरित करता है, लेकिन वह आत्महत्या नहीं करेगा। बल्कि इसके स्थान पर अपने पर लगे आरोपों को मैं फेस करूंगा। देखना है इसमें मुझे कितनी सफलता मिलती है।
फरार नहीं हुआ था इलाहाबाद गया था
आरोपी अग्रवाल से जब पूछा गया कि यदि वह अपने आपको निर्र्दोष मानता है तो वह एफआईआर दर्ज होने के बाद फरार क्यों हो गया था। इस पर आरोपी का कहना है कि वह फरार नहीं हुआ था।
उसका बड़ा पुत्र इलाहाबाद में रहता है और एक पुत्र राजू जो शिवपुरी में उसके साथ रहता है वह मानसिक रूप से विक्षिप्त है। उसे दिखाने के लिए वह उसी रात को इलाहाबाद कार से गया था। लेकिन जब मुझे मालूम पड़ा कि मुझ पर प्रकरण कायम हो गया तो मैं गिर तारी देने के लिए शिवपुरी आ गया।
बरामद गोलियां मेरे मानसिक रूप से विक्षिप्त पुत्र की थी
आरोपी अग्रवाल ने एक सवाल के जवाब में बताया कि पुलिस ने उसके निवास स्थान से जो नशे की गोलियां बरामद की है उसके बारे में यह कहना कि वह बालगृह की बालिकाओं को नींद में सुलाने के लिए दी जाती थी, गलत है। जबकि उक्त टेबलेट मेरे मानसिक रूप से विक्षिप्त पुत्र राजू के इलाज के लिए दी जाती थी।