
जानकारी के अनुसार फिजीकल क्षेत्र के पटेल नगर में निवासरत 85 वर्षीय रिटायर्ड प्रोफसर के एन अग्रवाल के घर में इनकी बेटी एडवोकेट शैला अग्रवाल माधव बाल आश्रम, शिशु ग्रह और नारी निकेतन का संचालन करती थी। बताया गया है कि इन दिनो अनाथ आश्रमो में लगभग 100 महिलाए और बालिकाए रहती थी। जिनकी उम्र 2 साल से 40 साल तक बताई जा रही है।
बताया जा रहा है कि इस मामले की शिकायत 3 माह पूर्व ग्वालियर के उच्च अधिकाारियों को पत्र और सोशल मीडिया के माध्यम से नारी निकेतन में रह रही महिलाओ ने की थी। इस शिकायत में बताया गया था कि कैसे इस आश्रम की छोटी बच्चियों के साथ क्या-क्या होता है और इन्है कैसे डराया धमकाया जाता है। इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए मामले की जांच को आगे बढाया गया। इस पूरे मामले में छोटी बच्चियो की बाल कल्याण के अधिकारियों द्वारा कांउसलिग कराई गई। काउंसलरो को ग्वालियर से बुलाया गया था।
बाल कल्याण समिति के अधिकाारियों ने अपनी जांच रिर्पोट प्रशासन को सौपी इसमे यह आरोप सिद्व पाए गऐ। प्रशासन ने सभी पहुलुओ पर विचार कर देर रात इस मामले में बाल कल्याण समिति की महिला अधिकारी की फरीयाद पर पिता-पुत्री को कोतवाली पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया। एडवोकेट शैला अग्रवाल को गिर तार कर लिया एवं के एन अग्रवाल फरार हो गया है।
ऐसे होता था सैक्सअल हारसमैंट
सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार अनाथ आश्रम में रहन वाली किशोरियो को नीद की गोलिया खिलाई जाती थी। इन में से कोई एक या दो किशोरी दूसरे कमरे में नग्र अवस्था में अरोपी के एन अग्रवाल के साथ मिलती थी। पिता के इस कृत्य का साथ बेटी भी देती थी इस कारण एडवोकेट शैला अग्रवाल को इस पूरे मामले में गंभीर अपराध की धारा 376, 354, 190, 323, 506, 120 ताहि 3,4,5,6,7,8,9,10 पीसीएसओ एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आरोपी शैला अग्रवाल को पुलिस ने गिर तार कर लिया है।