
जैसा कि विदित है कि पुलिस ने एडवोकेट शैला अग्रवाल और पिता केएन अग्रवाल के खिलाफ की गई इस शिकायत की जांच में फूक-फूक कर कदम रखा। जांच के ठोस सबूता के आधार पर मामला दर्ज किया गया है। इधर यह खबर भी आ रही है कि पुलिस ने आज पीडित अनाथ अश्राम की बालिकाओ का मेडिकल आज शाम को कराया है।
आज सुबह 6 बजे शिवपुरी एसपी मोहम्मद यूसुफ कुर्रेशी के आदेश पर कोतवाली पुलिस एसडीओपी जीडी शर्मा के नेतृत्व में पटेल नगर पहुंची जहां पुलिस ने आश्रम को घेर लिया और आश्रम में मौजूद बालिकाओं को बाहर निकाला इस दौरान बड़ी संख्या में महिला पुलिस भी मौजूद थी जिन्होंने आश्रम की संचालिका शैला अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया।
ऐसे किया गया था शकुतंला परमार्थ समिति का गठन
शकुंतला परमार्थ समिति का गठन माधवराव सिंधिया महाविद्यालय में कई वर्षो तक कॉमर्स संकाय में प्राध्यापक रहे के.एन अग्रवाल की पुत्री एड. शैला अग्रवाल ने अपनी दिवंगत माँ के नाम पर किया था। समिति की आड़ में शैला अग्रवाल ने अनाथ आश्रम, बालगृह और शिशु गृह भी संचालित किए। जिनके माध्यम से शासकीय योजनाओं का लाभ समिति की संचालिका लेती रही और धीरे-धीरे कर के.एन अग्रवाल और उसकी पुत्री ने एक बड़ा साम्राज्य खड़ा कर लिया और अपनी पहुंच का लाभ उठकार यह घिनौना खेल खेला जा रहा था।
आश्रम में रहने वाली मासूम बच्चियों को सेवानिवृत्त प्रो. केएन अग्रवाल ने अपनी हवस का शिकार बनाना शुरू कर दिया। यह खेल कई वर्षों से निरंतर जारी था लेकिन अपनी लंबी पहुंच के चलते आश्रम पर कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही थी।