परमिट के बाद भी पोल में आया कंरट दो लाईनमेन झुलसे

शिवपुरी। आज सुबह रामकृष्ण फीडर क्षेत्र में काम कर रहे दो विद्युत कर्मचारी अचानक टूटे गए तार में करंट लगने से बुरी तरह झुलस गए। दोनों कर्मचारियों को इतना तेज करंट लगा कि उन्हें तार से खींचने में लकडिय़ों का सहारा लेना पड़ा। आश्चर्य की बात तो यह है कि लाईन बंद करने के लिए परमिट लिया गया था, लेकिन इसके बाद भी करंट आ गया। दोनों घायल विद्युत कर्मचारियों श्यामलाल पुत्र लक्ष्मण यादव और महेन्द्र कुशवाह पुत्र चतुरी सिंह को इलाज के लिए जिला अस्पताल भर्ती कराया गया, लेकिन उनकी गंभीर हालत देखकर उन्हें ग्वालियर रैफर कर दिया गया। 

जानकारी के अनुसार झींगुरा में आज सुबह चार बजे से लाईट नहीं आ रही थी। इस पर मोहल्ले वालों की शिकायत पर सुबह 10 बजे 5 कर्मचारी वाहन क्रमांक एमपी 04 जीए 2413 में सवार होकर यहां पहुंचे और उन्होंने आंगनबाड़ी केन्द्र तथा स्कूल के सामने स्थित खंबे पर काम करना शुरू कर दिया। 

कार्यपालन यंत्री सीके जैन के अनुसार काम करने के लिए परमिट लिया गया था और विद्युत सप्लाई रोक दी गई थी। खंबे पर चढक़र शंकरलाल, अखैह सिंह काम कर रहा था जबकि जमीन पर बिजली का टूटा हुआ तार पड़ा हुआ था और उस तार को जोडऩे का कार्य घायल कर्मचारी श्यामलाल लाईन इंस्पेक्ट और महेन्द्र कुशवाह लाईनमेन कर रहे थे। 

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार अचानक टूटे हुए तार में करंट आया और जमीन पर काम कर रहे दोनों कर्मचारी श्यामलाल तथा महेन्द्र कुशवाह करंट की चपेट में आ गए। यह देखकर खंबे पर कार्य कर रहा कर्मचारी तुरंत नीचे आया और मोहल्ले वालों ने तार से चिपके हुए दोनों कर्मचारियों को लकड़ी की सहायता से अलग किया। 

इसके बाद झुलसे हुए कर्मचारियों को इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी और प्राथमिक चिकित्सा देने के बाद दोनों कर्मचारियों को ग्वालियर रैफर कर दिया गया। 

इनका कहना है
लाईन बंद कर काम किया जा रहा था, लेकिन इसके बाद भी लाईन में कैसे करंट आ गया यह जांच का विषय है। काम करने के लिए कर्मचारियों ने बाकायदा परमिट लिया गया था। संभव है कि घरों की अर्थिंग से तार में करंट आ गया हो। लेकिन यदि इसमें किसी की लापरवाही पाई गई तो कार्यवाही की जाएगी।
सीके जैन 
कार्यपालन यंत्री विद्युत मंडल शिवपुरी