
श्री गुप्त ने बताया कि इस प्रणाली के तहत आपदा से संबंधित जानकारी दूरभाष क्रमांक 1079 पर दी जा सकती है। दी जाने वाली सूचना तत्काल कमाण्ड सेन्टर पर दर्ज हो जाती है। जिससे गूगल के माध्यम से संबंधित क्षेत्र एवं स्थान पर तत्काल रेस्क्यू शुरू किया जा सके। सूचना देने वाले को अपना नाम, स्थान एवं किस स्थान पर बाढ़ की एवं आपदा की स्थिति निर्मित हुई है, जानकारी देना होगा।
वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के दौरान एनआईसी के वीडियो कॉन्फ्रेसिंग कक्ष में कलेक्टर श्री राजीव दुबे, जिला पंचायत के मु य कार्यपालन अधिकारी श्री डी.के.मौर्य, अपर कलेक्टर श्रीमती नीतू माथुर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री कमल मौर्य सहित संबंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।
बाढ़ नियंत्रण में स्थानीय नागरिको सहित पंच-सरपंच का भी सहयोग लें
वीडियों कॉन्फ्रेसिंग के दौरान होमगार्ड के आई.जी. श्री कमल सिंह राठौर ने कहा कि बाढ़ नियंत्रण के कार्य में स्थानीय नागरिकों के साथ क्षेत्र के पंच-सरपंच एवं जनप्रतिनिधियों को जोड़े एवं उनके पास उपलब्ध संसाधनों के रूप में टेक्टर-ट्रोली, जीप, जीसीबी आदि का उपयोग किया जाए।
इन संसाधनों एवं स्वयंसेवकों की एक सूची में तैयार कर ली जाए। जिससे तत्काल रेस्क्यू के कार्य में उपयोग किया जा सके। इस दौरान कलेक्टर श्री दुबे ने उपस्थित जिले के अधिकारियों को उनके कार्यालय में उपलब्ध वाहन एवं चालको की जानकारी तत्काल जिला कार्यालय भेजने के निर्देश दिए।