संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने भैंस के आगे बीन बजाकर जगाई सरकार

शिवपुरी- मध्यप्रदेश संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के आव्हान पर प्रदेश के 51 जिलो के साथ शिवपुरी जिले में अनिश्चितकालीन हडताल जारी। हड़ताल के पांचवें दिन संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने भैंसरूपी सरकार को बीन बजाकर जगाने का प्रयास किया। लगातर 10 वर्षो से संविदा स्वास्थ्य कर्मियों के साथ हो अत्याचार एवं शोषण के विरोध में संविदा स्वास्थ्य कर्मियों में भैस के रूप में सरकार को यह संदेश दिया है कि जिस प्रकार भैंस के आगे बीन बजाने से उसे कोई फ र्क नहीं पड़ता उसी प्रकार सरकार को भी कर्मचारियों के साथ हो रहे शोषण एवं अत्याचार की आवाज उठाने पर कोई पड रहा है। इसलिये संविदा स्वास्थ्य कर्मियों ने भैंस के आगे बीन बजाकर सरकार को जगाने का प्रयास किया है। 

टीकाकरण अभियान रहा ठप्प
4 मार्च को जिले में गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों का होने वाला टीकाकरण पूर्णत: ठप्प रहा। प्राप्त जानकारी के अनुसार शिवपुरी जिले में आज कुल 206 जगह बैक्सीन भिजवानी थी। परंतु संविदा स्वास्थ्य  कर्मियों के हडताल के चलते केवल 130 जगह ही बैक्सीन गांव में गांव पहुच पाई है। जिसकी जन के साथ हो रही हानि की जि मेदार सिर्फ और सिर्फ राज्य सरकार एवं सरकार के आला अवसरों का कढ़ा रवैया है। जिला चिकित्सालय की स्थिति यह रही कि शहरी क्षेत्र की 15 आंगनवाड़ी केन्द्रों पर टीकाकरण होना था। जो संविदा स्वास्थ्य कर्मियों के हडताल पर रहने के कारण बिल्कुल शून्य रहा। इसके बावजूद भी अगर सरकार अपना रवैया नहीं बदलती है तो शिवपुरी जिला अंतर्गत किसी भी प्रकार जन हानि संभव है।  हडताल के कारण अस्तपालो व कार्यालयों में भारी अव्यवस्था हो गई, कहीं -कहीं तो 100 प्रतिशत संविदा स्टॉफ होने से ग्राम उप स्वा.केन्द्र से लेकर भोपाल के कार्यालयों में ताले पड गये है। मरीजो को ईलाज, ड्रेसिंग व दवाई वितरण चतुर्थ श्रेणी स्टाफ  से कराया जा रहा है। जल्द ही अगर संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की मॉग सरकार द्वारा नहीं मानी गई, तो ईलाज के अभाव में कोई भी घटना घटित हो जाती है, तो इसकी पूर्ण जि मेदारी मध्यप्रदेश शासन की होगी।