
इस पूरे घटनाक्रम से शिक्षा विभाग में हडकंप निर्मित हो गया है। वहीं इस पूरे मामले में कहीं ना कहीं तो भ्रष्टाचार की बू महसूस की जा रही है। पुराने बीएसी और सीएसी को भारमुक्त कर नये बीएसी और सीएसी की नियुक्ति के दौरान एक बडा घोटाला सामने आने की संभावना है। यह तो आने वाला वक्त ही बतायेगा।
इनका कहना है
चार साल से अधिक समय से पदस्थ 117 सीएसी और 9 बीएसी को भारमुक्त किया गया है। इसी सप्ताह में नयी नियुक्तियॉं की जायेंगी।
शिरोमणि दुबे, डीपीसी, शिवपुरी