जब्त भैंसों को बेच रहे थे पुलिसवाले, तीन अधिकारी सस्पेंड

शिवपुरी। पुलिस अधीक्षक मो. युसुफ कुर्रेशी ने पुलिस द्वारा पकडी गई भैसो को बेचने की कोशिश और कार्य में लापरवाही बरतने की एक शिकायत की जांच सिद्व हो जाने पर बदरवास थाने में पदस्थ एसआई नीरज राणा, एएसआई रघुवंशी और प्रधान आरक्षक रामसेवक गुर्जर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया हैं।

बताया जा रहा है कि  तीनों पुलिस कर्मियों ने विगत दिवस भैंसों से भरे ट्रक में भरी भैंसों का सौंदा करने बसई गांव में भारत सिंह गुर्जर के यहां पहुंचे थे। इस कारण एफआईआर होने में लेट लतीफी हुई।

जिस पर पुलिस अधीक्षक ने मामले को  संदिग्ध जानकर जांच कराई जिसमें तीनों पुलिस कर्मियों की संलिप्तता उजागर हुई और इसी के चलते पुलिस अधीक्षक ने यह कार्यवाही की।

प्राप्त जानकारी के अनुसार 11 सित बर को 1:30 बजे बदरवास कस्बे में भैंसों से भरा एक ट्रक पकड़ा जिसमें 14 भैंसें निर्ममता पूर्र्वक भरी हुई थी। लेकिन मौैके पर मौजूद एसआई नीरज राणा, एएसआई रघुवंशी और प्रधान आरक्षक रामसेवक गुर्जर ने उक्त ट्रक मालिक से संपर्क साध कर ट्रक को छोडऩे की तैयार कर ली थी और उक्त भैंसों को ग्राम बसाई के भारत सिंह गुर्जर को बेचने के लिए पहुंचे, लेकिन खरीददार ने मना कर दिया। जिस कारण एफआईआर होने में लेटलतीफी हो गई।

जबकि पूरा मामला पुलिस अधीक्षक के संज्ञान में था। जिसे उन्होंने गंभीरता से लिया था। लेकिन उक्त पुलिस कर्मियों ने उक्त मामले को रफा दफा करने के लिए सौंदेबाजी शुरू कर दी थी।

जब यह जानकारी पुलिस अधीक्षक को लगी तो उन्होंने उक्त तीनों पुलिस कर्मियों की जांच करने के निर्देश कोलारस एसडीओपी सीके आर्य को दिये। जिस पर श्री आर्य ने जांच की तो तीनों पुलिस कर्मियों की संलिप्तता उजागर हुई और पुलिस अधीक्षक ने तत्काल प्रभाव से तीनों को निलंबित कर दिया।

इनका कहना है
एसआई नीरज राणा, एएसआई रघुवंशी और प्रधान आरक्षक ने भैंसों का सौदा करने की कोशिश की और ट्रक मालिक से भी लेनदेन की बातचीत की गई। इस की जांच की गई तो यह सत्य पाया गया। जिसकी जांच रिपोर्ट मैने पुलिस अधीक्षक को सौंप दी है। रही बात निलंबन की तो यह मेरी संज्ञान में नहीं।
सीके आर्य 
एसडीओपी कोलारस