अंत्याष्टि में गार्ड ऑफ आर्नर देने आए जवान, बंदूकों में गोलियां ही नहीं थीं

शिवपुरी। सतनवाडा थाना क्ष्रेत्र के हाईवे पर स्थित 18वीं एसएएफ बटालियन के सामने सडक पार करते समय एक यात्री वाहन द्वारा टक्कर मार देने के हादसे में एक पुलिस आरक्षक की मौत हो गई है। मृतक शिवपुरी में महाराणा प्रताप कॉलोनी में रहने वाला है।

जानकारी के अनुसार महाराणा प्रताप कॉलोनी में रहने वाले संतोष शर्मा जो कि एसएएफ में आरक्षक के पदपर पदस्थ है। संतोष शर्मा वर्तमान में सीहोर पुलिस जिले में हैं, वह सोमवार की सुबह सिहौर से शासकीय डाक लेकर शिवपुरी स्थित 18र्वी बटालियन आया था।

बस से उतरते ही जब संतोष सडक पार कर रहा था। उसी समय अचानक से एक यात्री वाहन ने संतोष में टक्कर मार दी। इस घटना में जवान गंभीर रूप से घायल हो गया। वही बटालियन के गेट पर मौजूद जवानों ने आरोपी वाहन चालक को दवौच लिया और घायल जवान को लेकर तत्काल अस्पताल पंहुच गए।

जहां उपचार शुरू होने से पहले ही जवान दम तोंड गया। हादसे की सूचना के बाद बाद बटालियन के अधिकारी कर्मचारी भी जिला अस्पताल पंहुच गए। बाद में जवान के शव का पीएम कराकर शिवपुरी में रहने वाले उसके पंरिजनों को सौंप दिया गया। हादसे में आरक्षक की मौत की सूचना के बाद विभाग में शोक का महौल है वहीं आरक्षक के घर का हर व्यक्ति रो-रोकर बुरा हाल है।

जवान को दिया गया गार्ड ऑफ आर्नर
हादसे के बाद अधिकारी व कर्मचारी अपने साथी का पार्थिव शरीर लेकर जब शहर के महाराणा प्रताप कॉलोनी स्थित जवान संतोष के घर पंहुचे तो पूरा परिवार सहित पूरी कॉलोनी में शोक का वातावरण निर्मित हो गया। जवान की अंमिम यात्रा शहर के विभिन्न  रास्तो से होती हुई मुक्ति धाम पंहुची।

मुक्ति धाम पर जब मृतक को गार्ड ऑफ ऑनर देने के लिए एसएएफ के जवानो बंदूक लेकर पहुुुुंचे और अंत्यांष्टि से पूर्व बंदूको को देखा गया तो उनमें गोली न होने के कारण अंत्योष्टि को आधा घंटे के लिए रोक दिया गया। बाद में जब गोलियां आई तो बंदूको से फायर कर मृतक आरक्षक को सालामी देकर उसे गार्ड ऑफ ऑनर का स मान दिया गया।