नशे में धुत सट्टा किंग और दो पुलिस वालो ने मचाया गणेश उत्सव में उत्पाद

शिवपुरी। पुरानी शिवपुरी में स्थित रेड लाइट एरिया में लगे गणेशोत्सव के पाण्डाल में कल आधी रात के बाद उस समय हंगामा हो गया जब एक सटोरिए के साथ पहुंचे दो पुलिसकर्मियों ने वहां चल रही भजन संध्या को बंद कराने का प्रयास किया। वहां पुलिस के खिलाफ नारेबाजी लगाने के सामाचार भी मिल रहै है।

यह देखकर आक्रोशित भक्तगणों ने सटोरिया जुगल राठौर उर्फ खचेरा की जमकर धुनाई लगा दी। जबकि दोनों आरक्षक स्थिति को भांपकर मौके से भाग निकले। आयोजकों का आरोप है कि सटोरिया और दोनों आरक्षक शराब के नशे में धुत थे और उन्होंने पाण्डाल में अशांति फैलाई। कुर्सियां उठाकर फेंकी तथा भक्तगणों के साथ गाली-गलौंच तथा मारपीट भी की।

बाद में जब देहात थाना पुलिस वहां पहुंची तो पुलिस ने जुगल को लोगों के चंगुल से छुड़ाया और उसे लेकर थाने पहुंची। लेकिन बेडिया उत्सव समिति ने हंगामा जारी रखा। उन्होंने दोनों आरक्षकों को भी दोषी ठहराया।

बेडिया समाज युवा समिति से जुड़े संदीप कर्मावत, जसवंत कर्मावत, विकास कर्मावत, राज, रूपेश छारी, भूरा छारी, धर्मवीर कर्मावीर कर्मावत, देव कर्मावत, उदल, मोनू, अभिनाश, रणवीर, रणपाल, मुलायम सिंह ने घटनास्थल पर जानकारी देते हुए बताया कि कल ललितपुर और गुना से आई आर्केस्ट्रा पार्टी द्वारा भजनों की प्रस्तुतियां दी जा रही थीं। तभी रात्रि करीब 12:30 बजे के लगभग 2 पुलिसकर्मी और कमलागंज में रहने वाला जुगल राठौर उर्फ खचेरा शराब के नशे में धुत होकर रेड लाइट एरिया में बेडिया समाज द्वारा आयोजित भजन संध्या मं पहुच गए।

तीनो शराव के नशे में धुत थे और वहां मौजूद समिति के लोगों से कार्यक्रम बंद करने को कहा और तीनों ने माइक सेट पर बैठे बृजेश पुत्र कमलकिशोर साहू निवासी करैरा को वहां से खींचकर नीचे पटक दिया और सारा साउण्ड सिस्टम बंद कर दिया। जब उक्त पुलिसकर्मियों से समिति के लोगों ने ऐसा करने से मना किया तो नशे में धुत पुलिसकर्मी वर्दी का रौब झाड़ते हुए भक्तों के साथ अभद्रता करने लगे। साथ ही वहां रखी कुर्सियां उठाकर फेंकना शुरू कर दीं।

तभी भक्तों का आक्रोश बढ़ गया और उन्होंने दोनों पुलिसकर्मी व उनके साथ आए जुगल राठौर को घेर लिया और उनकी मारपीट शुरू कर दी। इसी बीच दोनों पुलिसकर्मी किसी तरह वहां से निकलकर भाग निकले। लेकिन पुलिस जुगल को लेकर वहां से चली गई।

पुलिस के खिलाफ हुई जमकर नारेबाजी
घटना के बाद आक्रोशित भक्तगणों ने घटनास्थल पर पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उनका आरोप है कि पुलिस दोषी आरक्षकों को बचा रही है जबकि गणेश पाण्डाल में उत्पात मचाने वालों में दो आरक्षक भी शामिल थे।

रात्रि 10 बजे के बाद फैलाया जा रहा था ध्वनि प्रदूषण: टीआई
देहात थाना टीआई संजीव तिवारी ने इस मामले में पुलिस का पक्ष रखते हुए कहा कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार रात्रि 10 बजे के बाद डीजे और साउण्ड सिस्टम चलाए जाने पर प्रतिबंध है, लेकिन आधी रात के बाद भी यहां ध्वनि प्रदूषण फैलाया जा रहा था। जिसकी शिकायत उन्हें प्राप्त हुई और उन्होंने वहां पुलिसकर्मियों को पहुंचाया, लेकिन इसी बीच कमलागंज का रहने वाला जुगल खचेरा शराब के नशे में धुत होकर वहां उत्पात मचा रहा था। इस पर भीड़ ने उसकी पिटाई कर दी और पुलिसकर्मियों को देखकर भीड़ और उत्तेजित हो गई और पुलिसकर्मियों पर अनर्गल आरोप मढ़ दिए जो गलत हैं।


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