लावारिस बच्चों के लिए शुरू होगा आश्रय गृह

शिवपुरी। कचरे के ढेर पर जिन्दगी बसर कर रहे बच्चों को अब शासन ने गोद लेने के योजना बनाने का काम चल रहा है इस योजना का नाम है आश्रय गृह। इस योजना मे बच्चो को शिक्षा और भोजन की व्यव्रस्था की जाऐगी।

जानकारी के अनुसार आईसीपीएस योजना के तहत जिले में आश्रय गृह बनाने की प्लानिंग की जा रही है इस योजना को मंगलम सस्ंथा की देखरेख में संचालित किया जायेगा। इस योजना के तहत शहर में कचरे के ढेरो पर जिन्दगी बसर कर रहे 25 बच्चो को चिन्हित किया जाऐगा।

चिन्हित किए गए 25 बच्चों को शिक्षा और दोनो समय भोजन की व्यव्स्था की जाएगी, इन 25 बच्चों पर शासन का सालाना लगभग 25 लाख रूपये खर्च होने का अनुमान है इस योजना के तहत 18 साल तक के बच्चे ही रह सकेगेें।

उक्त आश्रय गृह योजना डे हॉस्टल की तरह काम करेंगें,यहां बच्चे सुबह से शाम तक रहगें और रात होने पर अपने-अपने घर चले जाऐंगें। यादि विशेष परिस्थिति में किसी बच्चे को यहां पूरे समय रोकने की आवश्यकता पडी तो उस पर भी विचार किया जा सकता है इस योजना मेें एक खुला आश्रय गृह भी संचालित किया जाएगा,इस योजना मेे गुमशुदा नाबालिग बच्चो को आश्रय दिया जाऐगा।