चुनावो के परिणाम के दिन नजदीक आते ही फिर हार जीत की चर्चा शुरू

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शिवपुरी। 17 अप्रैल को गुना शिवपुरी संसदीय क्षेत्र में मतदान संपन्न हो चुका है। जबकि मतगणना लगभग एक माह बाद 16 मई को होनी है। अब 16 मई के नजदीक आते ही इलाके में चुनाव परिणाम की चर्चा फिर शुरू हो गई है।

देश के अन्य भागों की तरह इस संसदीय क्षेत्र में भी मोदी लहर का असर है। लेकिन यह असर कितना प्रभावी है इसका पता 16 मई को ही लगेगा। मोदी लहर के बावजूद भी कांग्रेसियों को विश्वास है कि संसदीय क्षेत्र में महल का वर्चस्व कायम रहेगा। जीत-हार का अंतर भले ही कम रहे, लेकिन जीत कांग्रेस प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया को मिलेगी जबकि भाजपाईयों को बदलाव का भरोसा है और उनका आंकलन है कि पहली बार इस संसदीय क्षेत्र में नया इतिहास बन सकता है। जिसकी काफी संभावनाएं नजर आ रही हैं। मोदी की शिवपुरी में रैली के कारण भी भाजपाईयों का विश्वास बढ़ा है।

गुना संसदीय क्षेत्र में भले ही मुकाबले में ज्योतिरादित्य सिंधिया और जयभान सिंह पवैया हैं, लेकिन यहां भी असल मुकाबला ज्योतिरादित्य सिंधिया वर्सेस नरेन्द्र मोदी माना जा रहा है। श्री मोदी ने शिवपुरी में अपनी सभा में कहा भी था कि मुझे देखकर भाजपा को वोट दें और मैं इस संसदीय क्षेत्र का विकास करूंगा। मोदी वर्सेस सिंधिया मुकाबला हो जाने के कारण यहां काफी रोचक संघर्ष के आसार बने हुए हैं, लेकिन इसके बाद भी जिला कांग्रेस अध्यक्ष रामसिंह यादव मानते हैं कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को कोई चुनौती नहीं है और वह पिछले चुनाव की तुलना में अधिक मतों से चुनाव जीतेंगे।

प्रदेश कांग्रेस महामंत्री बैजनाथ सिंह यादव का दावा है कि संसदीय क्षेत्र में सर्वाधिक मतों से श्री सिंधिया को उनके क्षेत्र कोलारस से बढ़त मिलेगी। कारण साफ है कि पूरे पांच साल श्री सिंधिया क्षेत्र में सक्रिय रहे हैं और करोड़ों रूपये के विकास कार्य उन्होंने संपादित कराएं हैं, लेकिन एक प्रमुख कांग्रेसी ने अपना नाम न छापने की शर्त पर स्वीकार किया कि श्री सिंधिया को इस क्षेत्र में तगड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा है। श्री सिंधिया चुनाव जीतेंगे तो जरूर लेकिन उनकी जीत का अंतर काफी कम होगा।

निष्पक्ष प्रेक्षकों का भी आंकलन है कि इस बार सिंधिया की जीत शायद इतनी आसान न रहे। जहां तक सट्टा बाजार का सवाल है सिंधिया का पलड़ा अवश्य भारी है। सिंधिया की हार पर सट्टा नहीं लगाया जा रहा। लेकिन पिछले चुनाव की तुलना में उनकी जीत का अंतर अधिक बताने वाले को सटोरिए एक के दस का भाव दे रहे हैं। भाजपाई भी मन ही मन स्वीकार कर रहे हैं कि अंतत: जीत सिंधिया की होगी।

लेकिन जीत का अंतर काफी कम रहेगा। भाजपा नगर मण्डल अध्यक्ष ओमप्रकाश जैन ओमी अवश्य आत्मविश्वास से भरे हुए हैं और उनका कहना है कि प्रदेश में सभी 29 सीटों पर भाजपा चुनाव जीतेगी। जिनमें गुना और छिंदवाड़ा भी शामिल हैं। वह कहते हैं कि इस चुनाव में प्रत्याशी महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि मुकाबले में नरेन्द्र मोदी हैं और जनता उन्हें आजमाना चाहती है। मुकाबले में आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी शैलेन्द्र सिंह कुशवाह भी मैदान में हैं, लेकिन उन्हें मुकाबले से बाहर माना जा रहा है। 


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