बारात का स्वागत करने चलाई आतिशबाजी से बालक झुलसा

कोलारस। शादी विवाह में आतिशबाजी का काम कर रहा एक मासूम 12 वर्षीय बालक बीती रात्रि को बारात के स्वागत में चलाई जा रही आतिशबाजी का शिकार हो गया। बारात के उत्साह से उत्साहित यह बालक जब बारात पौठे पर पहुंचे तो उसके पहले अपनी शानदार आतिशबाजी का प्रदर्शन करनरे लगा तभी बालक के हाथ से धमाके से बारूद निकाल कर उसे जलाने का प्रयास कर रहा था कि तभी इस आतिशबाजी की चपेट में वह स्वयं ही झुलस गया।
गंभीर हालत में बालक को उपचार के लिए जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। यूं तो देखा जाए कि मासूम बालक से इस तरह की खतरनाक काम कराना गैर कानूनी है फिर भी पुलिस व प्रशासन इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए कोई सख्त कदम नहीं उठा रहा जिससे यह हादसे हो रहे है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार बीती रात्रि कोलारस के ग्राम चंदौरिया में बारात आई हुई थी और उसके स्वागत में गांव में जमकर पटाखे चलाए गए और उसके बाद बारात अपने गन्तव्य चली गई। रात्रि में गांव के एक 12 वर्षीय बालक रवि पुत्र कमल सिंह कुशवाह ने चले हुए पटाखों को बीन लिया और आज सुबह उन पटाखों से बारूद निकालकर जलाने का प्रयास कर रहा था। जिससे बारूद ने आग पकड़ ली और उस आग की चपेट में रवि आ गया और गंभीर रूप से झुलस गया। 

बालक के झुलसने के साथ ही परिजनों द्वारा उसे उपचार के जिए जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। लेकिन मासूम हाथों से चलाई जा रही आतिशबाजी भी तो गैर कानूनी है ऐसे में पुलिस व प्रशासन को चाहिए कि शादी विवाह समारोह के अवसर पर आतिशबाजी व लाईट पकडऩे वाले मासूमों की जिंदगी से होने वाले खिलवाड़ को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए तो काफी हद तक इस प्रकार की घटनाओं पर रोक लग सकेगी।