छत्री चोरी कांड: कौना-कौना तलाश रही है पुलिस

शिवपुरी- सिंधिया राजवंश की छत्री में स्थित जीजा महाराज की प्रतिमा के सामने लगी रैलिंग में से 5 किलो वजनी चांदी के गेट की चोरी को ट्रेस करने में पुलिस ने पूरी ताकत झोंक दी है, गत माह में हुई चोरियों की एक दर्जन से अधिक घटनाओं पर पुलिस द्वारा कोई भी सार्थक पहल न करते हुए महज छत्री में हुई एक चोरी को लेकर शिवपुरी से लेकर ग्वालियर तक की पुलिस में हड़कंप की स्थिति बनी हुई है। पुलिस के समक्ष बड़े लोगों की चोरी को चोरी समझा जाता है लेकिन शहर भर में हुई कई चोरियों में तो पुलिस ने रिपोर्ट तक दर्ज करना उचित नहीं समझा।
आज पुलिस अधीक्षक आरपी सिंह के नेतृत्व में टीआई दिलीप सिंह यादव, रत्नेश सिंह तोमर, फिजीकल चौकी प्रभारी सुरेश शर्मा, देहात थाना प्रभारी गुरूवचन सिंह व सिरसौद थाना प्रभारी सहित भारी पुलिस बल चोरी में संदिग्ध छत्री कर्मचारियों को लेकर मौके पर पहुंचे। यहां उन्होंने छत्री प्रभारी अशोक मोहिते से भी पूछताछ की। पुलिस ने इस मामले में छत्री कर्मचारी अनिल सोनी, कोमल सेन, मुरारी बाथम, अतरसिंह, बृजमोहन शर्मा, जमुनाप्रसाद कुशवाह के विरोधाभासी बयानों को संदिग्ध मानते हुए उन्हें हिरासत में लिया है। हालंाकि किसी की भी गिरफ्तारी नहीं की है। पुलिस इस चोरी के मामले में इस निष्कर्ष पर अवश्य पहुंच चुकी है कि छत्री के वर्तमान और भूतपूर्व कर्मचारियों का इसमें हाथ होने की पूर्ण आशंका है।

यदि किसी बाहरी व्यक्ति ने भी इस चोरी को अंजाम दिया है तो वह कर्मचारियों के सहयोग के बिना संभव नहीं है। वहीं शहर में एक चर्चा का माहौल गर्म है कि शहर में छत्री की चोरी पर तो ग्वालियर संभाग के डीआईजी हरी सिंह यादव, शिवपुरी पुलिस कप्तान सहित जिले के कई थाना प्रभारियों सहित पुलिस बल चकरघिन्नी बना हुआ है। वहीं शहर ही नहीं जिले भर में चोरी डकैतियों की लगातार घटित हो रही घटनाओं की ओर पुलिस ने गंभीरता से छानबीन करते हुए एक भी चोरी की घटना का खुलासा नहीं किया।

जिसमें गत माह सुभाषपुरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले धौलागढ़ गांव से एक खदान व्यवसायी के यहां से 20 लाख रूपए की चोरी, बदरवास थाना क्षेत्र के ग्राम एनवारा में 12 लाख रूपए की चोरी, कोलारस के मानीपुरा क्षेत्र 18 लाख रूपए की चोरी पर पुलिस यदि इतनी मशक्कत करती तो शायद एकअदद चोरी का खुलासा हो सकता था, इसी तारतम्य में आर्य समाज रोड़ पर हुर्ई दिन दहाड़े चोरी की घटना, सर्किट हाउस रोड़ पर एक मैनेजर नरूला के यहां हुई चोरी की तो पुलिस ठीक ढंग से विवेचना तक नहीं की। महज आवेदन लेकर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली।