पिछोर में रिश्वतखोर अधिकारी गिरफ्तार

शिवपुरी। बीते लंबे समय से जिले के पिछोर क्षेत्र में पदस्थ जनपद पंचायत के सहायक विकास विस्तार अधिकारी को शुक्रवार को लोकायुक्त पुलिस ने 5 हजार रूपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा। यहां लोकायुक्त की इस कार्यवाही में 5 सदस्यीय दल ने अचानक कार्यवाही को अंजाम देकर सहायक ग्राम विकास अधिकारी के निवास पर कार्यवाही की यहां से कुछ कागजातों की छानबीन की।

यहां बताया गया है कि  इन्दिरा विकास कुटीर आवास योजना के तहत एक बीपीएल कार्ड धारी आवेदक ने अपने लिए आवास कुटीर मिले इसके लिए पहली किश्त के रूप में 22500 रूपए मिले, जब दूसरी किश्त आवेदक को मिलनी थी तो इस अधिकारी द्वारा पहली किश्त का प्रमाणीकरण करने के एवज में इस अधिकारी ने 5 हजार रूपये की रिश्वत की मांग की, जिस पर जब आज पीडि़त 5 हजार रूपये इस अधिकारी को देने गया तो  लोकायुक्त टीम ने इस अधिकारी के भ्रष्टाचार के रूप में मांगी जा रही रिश्वत के साथ इसे पकड़ लिया।

जानकारी के अनुसार शुक्रवार को लोकायुक्त टीम ने अलसुबह पिछोर क्षेत्र में जनपद पंचायत पिछोर में पीडि़त ग्राम दरगंवा पंचायत की शकुन सिंह लोधी जो कि बीपीएल कार्डधारी है ने इंदिरा आवास कुटीर योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन दिया। यहां इस योजना के तहत सहायक विकास विस्तार अधिकारी थान सिंह अहिरवार द्वारा योजना को मंजूर करना था जिस पर शकुन सिंह 70 हजार रूपये में  कुटीर मंजूर भी हो गई। इसके एवज में शकुन सिंह को पहली किश्त के रूप में 22 हजार 500 रूपये प्राप्त हुए, जब दूसरी किश्त जमा शकुन को मिलनी थी तो इसके लिए शकुन को पहले पहली किश्त का प्रमाणीकरण सहायक विस्तार अधिकारी से चाहिए था।

जब इस अधिकारी ने ऐसा नहीं किया तो शकुन से भ्रष्टाचार के रूप में 5 हजार रूपये रिश्वत की मांग की। आए दिन परेशानी से जूझ रहे शकुन सिंह ने इस संबंध में एक लिखित शिकायत बीते 16 जुलाई को लोकायुक्त एसपी ग्वालियर को की। तो लोकायुक्त पुलिस ने आवेदक शकुन सिंह को एक टैप रिकॉर्ड उपलब्ध कराया। इसके बाद अगले दिल शकुन सिंह और सहायक विकास विस्तार अधिकारी थान सिंह अहिरवार की रिकॉर्ड बातचीत के टैप को लेकर ग्वालियर लोकायुक्त कार्यालय पहुंचा। इस टैप के रिकॉर्ड में स्पष्ट 5 हजार रूपये की मांग की जा रही थी। इस संदर्भ में सुबह 10:30 बजे लोकायुक्त पुलिस ने योजना बनाई और जैसे ही शकुन सिंह भदौरिया तयशुदा रिश्वत की रकम सहायक विकास विस्तार अधिकारी थान सिंह को दी, उसने 5 हजार रूपये अपनी जेब में रख लिए।

तभी अचानक लोकायुक्त की टीम ने अपने साथ रिश्वत के मामले को ट्रेस करने के लिए पानी से इस अधिकारी के हाथ धुलवाए तो नोटों में लगा रंग हाथों में लग गया।  लोकायुक्त की इस औचक कार्यवाही में डीएसपी सुरेन्द्र राय, निरीक्षक रामराज सिंह, निरीक्षक अतुल सिंह, विवेचक निरीक्षक शैलेजा गुप्ता शामिल रहे। इस दौरान इस योजना के संबंध में बारीकी से थान सिंह अहिरवार से विभाग से संबंधितों कागजों की जानकारी भी ली। यहां कार्यवाही कर रहे निरीक्षक आर.डी.शर्मा ने बताया कि लोकायुक्त टीम को बीते लंबे समय से इस अधिकारी के विरूद्ध शिकायतें प्राप्त हो रही थी। थान सिंह अहिरवार को इंदिरा आवास में भ्रष्टाचार के तहत 5 हजार रूपये नगद लेते हुए पकड़ा गया। इस मामले में धारा 7,13 1/डी के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया है।