जिला पंचायत अध्यक्ष ने छात्रावासों पर छापामारा


शिवपुरी -जिला पंचायत शिवपुरी के अध्यक्ष जितेन्द्र जैन इन दिनों आदिमजाति कल्याण विभाग के अधिकारियों से नाराज हैं। इसी के चलते उन्होंने विभाग द्वारा संचालित तीन छात्रावासों में छापामार कार्रवाई करते हुए पड़ताल शुरू की। अब कार्रवाई का आदेश तो दे नहीं सकते थे, लेकिन मंत्री और कलेक्टर के नाम अपनी रिपोर्ट भेज दी।
जिला पंचायत अध्यक्ष श्री जैन के निरीक्षण के समय श्री जण्डेल सिंह गुर्जर उपाध्यक्ष जिला पंचायत, श्रीमती गायत्री वर्मा सदस्य जिला पंचायत तथा श्रीमति कृष्णा धाकड सदस्य जिला पंचायत एवं भाजपा जिला मंत्री किसान मोर्चा श्री रामप्रकाश वर्मा बतौर गवाह उपस्थित थे। जिला पंचायत अध्यक्ष श्री जैन ने कहा कि मध्यप्रदेश की सरकार के द्वारा शिक्षा के विकास और सर्वहारा वर्ग के बच्चों के उत्थान और विकास के लिये जो प्रचास किये जा रहे हैं उन में कतिपय स्वार्थी और लालची अधिकारियों और कर्मचारियों के द्वारा पलीता लगाया जा रहा है जिससे शासन की अपेक्षाओं और आकांक्षाओं की पूर्ति में बाधा उपस्थित हो रही है। छात्रावासों में व्याप्त अव्यवस्थाओं को देखकर जिला पंचायत अध्यक्ष ने रोष व्यक्त करते हुये कहा कि शासन की अच्छी योजनाओं की अनदेखी और अवहेलना करने वाले अधिकारियों को छोडा नहीं जायेगा।

जिला पंचायत अध्यक्ष के द्वारा सर्वप्रथम शिवपुरी जनपद के ग्राम डबिया के शासकीय अनुसूचित जाति छात्रावास का निरीक्षण किया गया जहां न अधीक्षक थे न रसोईया और न छात्र ही उपस्थित पाये गये। यहां तक की छात्रावास में कोई कागजात भी उपलब्ध नहीं थे। ग्रामीणों से चर्चा के दौरान ज्ञात हुआ कि छात्रावास के अधीक्षक कागज तक अपने साथ अपने घर ले जाते हैं। रसोई में पर्याप्त मात्रा में भोजन सामग्री तक नहीं थी।  इसी प्रकार नया अमोला छात्रावास का निरीक्षण करने पर पाया गया कि वहां 45 छात्रों में से मात्र 35 छात्र उपस्थित मिले, वहां के अधीक्षक अनुपस्थित थे। इसी प्रकार कन्या छात्रावास करैरा जनपद पंचायत करैरा का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। 

निरीक्षण के समय छात्रावास की अधीक्षका श्रीमती कृष्णा सूर्यवंशी उपस्थित मिलीं, छात्रावास में 50 छात्राएं हैं जबकि वहां मात्र 21 छात्राएं उपस्थित थीं। रसोई में पर्याप्त भोजन सामग्री तक नहीं थी। सभी जगह भोजन की गुणवत्ता तक ठीक न थी। जिला पंचायत अध्यक्ष श्री जैन ने उपरोक्त अनियमितताओं की शिकायत आदिम जाति कल्याण मंत्री श्री विजय शाह और जिला कलेक्टर को पत्र लिखकर वस्तुस्थिति से अवगत कराते हुये कठोर कार्यवाही करने की अपेक्षा की।
अब देखना यह है कि यदि जिला पंचायत अध्यक्ष की यह अपेक्षा पूरी नहीं हुई तो वो क्या कुछ कर पाएंगे, इस अव्यवस्था और मनमानी करने वाले अधिकारियों के खिलाफ।