![]() |
| मुनिश्री चिन्मयसागर जी के सानिध्य में पचराई में गजरथ महोत्सव |
शिवपुरी. परम पूज्य मुनि श्री 108 चिन्मय सागर जी महाराज (जंगल बाले बाबा) के सानिध्य में हुआ अतिशय क्षेत्र श्री पचराई जी खनियांधाना जिला शिवपुरी में पंचकल्याणक प्राण प्रतिष्ठा एवं गजरथ महोत्सव में हुआ महान अतिशय कि जहां पर 900 साल से उपेक्षित अतिशय क्षेत्र श्री पचराईजी (जंगल में है ) जो कि खनियांधाना जिला शिवपुरी (म.प्र.) अंतर्गत आता है वहां पर पूज्य मुनि श्री के सानिध्य में जंगल में मगंल करने वाले बाबा के आशीर्वाद से आज घटयात्रा के दिन लगभग 20 हजार से भी अधिक लोग इक हुये और इस पंचकलयाणक में 800 इन्द्र एवं 800 इन्द्राणी एक साथ खड़ेे हुये हैं ।यह हुआ महान अतिशय
दोपहर 1.00 बजे घट यात्रा प्रारंभ हुई, षांतिनाथ, कुन्थुनाथ, अरहनाथ भगवान की प्रतिमा के सामने पू. गुरूवर चिन्मयसागर जी महाराज 'जंगल वाले बाबाÓ ने दर्शन कर घट यात्रा प्रारंभ हुई। हजारों की संख्या में केसरिया वस्त्र पहने महिलायें कलश लेकर आगे-आगे चल रही थी एवं सफेद वस्त्र में हजारों पुरूष एवं युवा जयकारे लगाकर चल रहे थे। 900 साल से उपेक्षीत तीर्थ आज ऐसा प्रतीत हो रहा था कि जैसे सम्पूर्ण ब्रह्मंड की खुशियां वैभव आज पचराई जी में समा गयी हो। घट यात्रा के समापन पर जैसे ही घट यात्रा मुख्य पाण्डाल पर पहुंची, जहां पर मांगलिक क्रिया ब्र.अभय भैया एवं ब्र. विनय भैया के माध्यम से सम्पन्न हुई। लगभग 1000 जोड़े इन्द्र इन्द्राणी पूजा अर्जना कर रहे थे। पूज्य जंगल वाले बाबा ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज का यह स्वर्गिम दिवस इस क्षेत्र में नया इतिहास लिख रहा है। मुगल शासको के आक्रमण के बाद से आप के बाद यह तीर्थ इतिशय कारी से शांतिनाथ, कुन्थुनाथ भगवान के आशीर्वाद से दुनिया में एक नया इतिहास लिखेगा। यहां आसपास के 84 गांवों के लोगों ने जो श्रद्धा समर्पण के भाव इस अतिशय कारी पंचकल्याणक हेतु दिखाया वह निश्चित ही साधुवाद के पात्र हैं। इनके जीवन में समृद्धि स्वस्थता जरूर आयेगी। ये मेरा आशीर्वाद है। आज के कार्यक्रम में लगभग 25000 लोगों का आगमन हुआ। यहां अशोक नगर, गुना, ललितपुर, मुंगावली, शिावपुरी, कोलारस, करेरा, पिछोर, सागर, दमोह, दिल्ली, आगरा, धौलपुर से सैकड़ो बस के माध्यम से हजारो श्रावक इस कार्यक्रम में पधारे थे।
