बैराड नगर पंचायत में अमेरिका से अच्छी सडके, चलने के अतिरिक्त फंसने और फिसलने की सुविधा

माखन सिंह धाकड़, बैराड़। अभी सीएम शिवराज सिंह का एक बयान बडा ही सुर्खियो में आया था कि मप्र की सडके अमेरिका से ज्यादा अच्छी हैं। सांसद सिंधिया ने भी आज अपनेी प्रेस वार्ता में इस बयान पर चुटकी ली थी। लेकिन यह बात सही है कि मप्र के शिवुपरी जिले की बैराड़ नगर पंचायत में अमेरिका से अच्छी सडके हैं। अमेरिका की सडको पर लोग चलते हैं हमारी सडको पर फिसलने की सुविधा हैं और जो अमेरिका की सडको में नही हैं। 

बैराड नगर पंचायत के वार्ड क्रमांक 15 में आने वाला गोंदोली गांव की सडके अमेरिाक से ज्याद अच्छी हैं। इस समय आप इस सडक पर चल नही सकते हैं। केवल फिसल सकते हैं,अगर आपके दांत में दर्द हैं और उसे निकलवाना हैं तो आप डॉक्टर के पास नही जाए इस सडक पर चलिए बस आप फिसल जाऐंगें। भगवान ने चाहा तो एक-दो दांत टूट सकते हैं। 

इस समय मानसून का मौसम हैं उक्त सडक अब दलदल में तबदील हो चुकी हैं। 1200 की आबादी वाला यह गांंव इस गांव से निकलने को तरसता हैं। या यू कह लो की गांव में ही ग्रामीण कैद होकर रह गए हैं। इस समय मौसमी बिमारी के साथ-साथ जान-लेवा डेंगू का आंतक हैं, बीमार ग्रामीण बडी मुशिकल से अपना टास्क पूरा कर इस सडक को पार कर बैराड़ आते हैं। 

कुछ साल पहले नगर परिषद के गठन होने के समय से जुड़ा  गांव

उल्लेखनीय है कि गोंदोली गांव पहले पचीपुरा पंचायत में आता था लेकिन अब बैराड़ नगर परिषद में जुड चुका है बैराड़ से गोंदोली गांव के जाने वाले रास्ते के लिए जो मुरम डाली थी बह मानसून में बह गई। इस रास्ते से अब आमजन नही जा पा रहे थे तो नदी को पार करके इस गांव से बहार आना पड़ता हैं। ग्रामीणो ने बताया कि इस गांव में बिजली की भी एक मुख्य समस्या हैं। गांव में अभी खंभे है पर खंभो पर तार नही हैं। तार चोरी हो चुके है लेनिक जब से बिजली के खंभो पर तार नही लगाए गए हैं, जिससे लाईट की समस्या बनी हुई हैं।