बताया गया है कि भाजपा ने इस कार्यक्रम के लिए प्रशासन से 1 घंटे की अनुमति ली थी। प्रशासन ने भी सत्ता के दबाब में आकर अनुमति दी है। इस अनुमति को देख कल और भी कोई किसी भी ऐसे धरने प्रर्दशन की अनुमति की मांग कर सकता हैं।
भाजपा ने इस कार्यक्रम का बकायदा प्रेस नोट भी रिलीज किया लेकिन बडी ही चतुराई से, प्रेस नोट में धरनेे प्रदशन को फोटो जारी नही बल्कि कलेक्टर चैम्बर का फोटो रिलीज किया हैं। इस प्रेस नोट में कहीं से कहीं तक यह नही लिखा कि ज्ञापन किसके नाम सौपा। प्रेस नोट को पढकर लगता था कि वे शिवपुरी कलेक्टर को बताने आए थे कि जो पत्थर बाजी सीएम के रथ पर हुई थी वह नेता प्रतिपक्ष के अजय सिंह के आदमी थे। इस प्रेस नोट में भाजपा कार्रवाई की मांग की है,पर किससे पता नही.......... ज्ञापन किसके नाम सौपा है और कैसी कार्रवाई भाजपाई चाहते है उक्त प्रेस नोट में कही उल्लेख नही हैं। उक्त प्रेस नोट में भाजपा के नेताओ के भाषणो से लैस था।
कांग्रेस भी प्रर्दशन से पीछ नही रही। लेकिन कांग्रेस डर रही थी। कांग्रेस के कुछ नेताओ ने राफैल डील के मामले में महामहिम राष्ट्रपति के नाम से कलेक्टर को ज्ञापन सौपा।
सत्ताधारी दल द्वारा धारा 144 का उलंघन,क्या इनपर कोई कार्यवाही करेंगी कलेक्टर साहिबा pic.twitter.com/hydX5TASiM— Shivpuri Samachar (@ShivpuriS) September 4, 2018
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