ये कैसी धारा 144: भाजपा का धरना-भाषण और कांग्रेस भी पीछे नही, देखे VIDEO

ललित मुदगल/एक्सरे/शिवपुरी। जिले में अभी धारा 144 प्रभावी हैं। इसके बाबजूद भाजपा ने आज कलेक्ट्रेट के सामने धरना दिया और भाषणबाजी की और कलेक्टर को प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह की जनआर्शीवाद यात्रा के रथ पर हुई पत्थर बाजी के विरोध में कलेक्टर को ज्ञापन सौपा। तो कांग्रेस के कुछ नेताओं ने रफैल डील के मामले को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। भाजपा का यह कार्यक्रम और अपने आप में उलझा प्रेस नोट....आईए इस मामले का एक्सरे करते हैं। जैसा कि विदित है कि शिवपुरी में अभी धारा 144 लागू है। इसके तहत धरना-प्रर्दशन गैरकानूनी हैं। इस समय आरक्षण और एससी एसटी एक्ट का विरोध चरम पर हैं। फिर क्या जरूरत थी कि भाजपा ने यह आयोजन किया और क्यों प्रशासन मौन रहा। 

बताया गया है कि भाजपा ने इस कार्यक्रम के लिए प्रशासन से 1 घंटे की अनुमति ली थी। प्रशासन ने भी सत्ता के दबाब में आकर अनुमति दी है। इस अनुमति को देख कल और भी कोई किसी भी ऐसे धरने प्रर्दशन की अनुमति की मांग कर सकता हैं। 

जब सीएम की जन आर्शीवाद के रथ पर पत्थर फिंक सकते है। सांसद सिंधिया को उनके ही क्षेत्र में विरोध कर सकते हैं, तो इन भाजपाईयों के धरने पर कोई कुछ भी कर सकता था, अगर ऐसा कुछ भी हो जाता, शहर की शांत फिजा मेें आग लग जाती तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेता ये भाजपा के नेता या प्रशासन...

भाजपा ने इस कार्यक्रम का बकायदा प्रेस नोट भी रिलीज किया लेकिन बडी ही चतुराई से, प्रेस नोट में धरनेे प्रदशन को फोटो जारी नही बल्कि कलेक्टर चैम्बर का फोटो रिलीज किया हैं। इस प्रेस नोट में कहीं से कहीं तक यह नही लिखा कि ज्ञापन किसके नाम सौपा। प्रेस नोट को पढकर लगता था कि वे शिवपुरी कलेक्टर को बताने आए थे कि जो पत्थर बाजी सीएम के रथ पर हुई थी वह नेता प्रतिपक्ष के अजय सिंह के आदमी थे। इस प्रेस नोट में भाजपा कार्रवाई की मांग की है,पर किससे पता नही.......... ज्ञापन किसके नाम सौपा है और कैसी कार्रवाई भाजपाई चाहते है उक्त प्रेस नोट में कही उल्लेख नही हैं। उक्त प्रेस नोट में भाजपा के नेताओ के भाषणो से लैस था। 

कांग्रेस भी प्रर्दशन से पीछ नही रही। लेकिन कांग्रेस डर रही थी। कांग्रेस के कुछ नेताओ ने राफैल डील के मामले में महामहिम राष्ट्रपति के नाम से कलेक्टर को ज्ञापन सौपा।