छत्री जैन मंदिर पर चल रहे सिद्धचक्र महामंडल विधान में पहुंची राजे

शिवपुरी। छत्री जैन मंदिर पर चल रहे श्री 1008 सिद्धचक्र महामंडल विधान एवं विश्वशांति महायज्ञ में आज प्रदेश सरकार की कैबिनेट मंत्री और स्थानीय विधायक यशोधरा राजे सिंधिया पहुंची। जहां उन्होंने उत्साहपूर्वक धार्मिक क्रियाओं में भाग लिया। यशोधरा राजे सिंधिया ने अपने उदबोधन में कहा कि धार्मिक संस्कार मुझे हमेशा अच्छा कार्य करने के लिए प्रेरित करते हैं और इसी कारण मैंने आज दिन की शुरूआत जैन मंदिर में आकर सिद्धचक्र महामंडल विधान में अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर की है। इस अवसर पर छत्री जैन मंदिर प्रबंधन ने यशोधरा राजे सिंधिया का सम्मान किया। 

समारोह में यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मांग कर धर्मस्व विभाग लिया है, क्योंकि वह इस विभाग के माध्यम से धर्म की सेवा करना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि धर्म क्षेत्र में मुझे प्रेरित करने का काम मेरी मां राजमाता विजयाराजे सिंधिया ने किया। उन्होंने बताया कि जैन समाज के सिद्धांतों के अनुरूप वह राजनीति कर रही हैं। शिवपुरी में उन्होंने 9 मंदिरों के जीर्णोद्धार का कार्य अपने हाथ में लिया है और शिवपुरी में भगवान सत्यनारायण का भव्य मंदिर बनवाया जा रहा है। यशोधरा राजे ने कहा कि शिवपुरी की जन समस्याओं के निराकरण के लिए वह लगातार तत्पर रही हैं। 

शिवपुरी में बायपास पर सिंध नदी का पानी आ गया है और बहुत जल्द ही सिंध का पानी टोंटियों के जरिए आपके घरों तक पहुंचेगा। शिवपुरी में सडक़ों के निर्माण का कार्य भी उन्होंने अपने हाथों में लिया है और शहर में बहुत सडक़ें निर्मित हो चुकी हैं। स्वागत भाषण में जैन समाज के राजकुमार जैन जड़ीबूटी वालों ने कहा कि जैन समाज हमेशा सिंधिया परिवार के साथ रहा है और सिंधिया परिवार ने भी हमेशा जैन समाज की चिंता की है। छत्री जैन मंदिर में हो रहे निर्माण कार्यों में यशोधरा राजे ने भरपूर सहयोग किया है। 

नागरिक बैंक के सामने बने कीर्ति स्तंभ के लिए यशोधरा राजे सिंधिया ने ही जैन समाज को सहयोग कर प्रशासन और नगरपालिका से उक्त जगह उपलब्ध कराई। इसके बाद यशोधरा राजे का जैन समाज के  बचनलाल जैन, राजकुमार जैन जड़ीबूटी वाले, प्रकाश जैन, जिनेंद्र जैन और रामदयाल जैन मावा वाले ने सम्मान किया। कार्यक्रम का संचालन संजीव बांझल ने किया। 

भगवान शांतिनाथ की प्राचीन प्रतिमा देखकर अभिभूत हुई यशोधरा राजे
यशोधरा राजे सिंधिया ने छत्री जैन मंदिर में सबसे पहले 23वें तीर्थंकर भगवान पाश्र्वनाथ की प्रतिमा के दर्शन किए और उनसे आशीर्वाद लिया। इसके बाद वह मंदिर में रखी भगवान शांतिनाथ की प्राचीन प्रतिमा के दर्शन करने के लिए पहुंची।  10वीं शताब्दी की यह प्रतिमा जमीन की खुदाई से मिली है। इस भव्य प्रतिमा को देखकर यशोधरा राजे सिंधिया काफी अभिभूत हुई। 

कोर्ट रोड़ का नाम भगवान महावीर होगा
छत्री जैन मंदिर पर पधारी यशोधरा राजे सिंधिया से जैन समाज ने आग्रह किया कि कोर्ट रोड़ का नाम वर्ष 2002 में नगरपालिका के ठहराव और प्रस्ताव से भगवान महावीर किया गया है, लेकिन उक्त प्रस्ताव अमल में नहीं आ पा रहा है। अत: इस संबंध में वैधानिक कार्यवाही कर कोर्ट रोड़ का नाम भगवान महावीर स्वामी मार्ग किया जाए। जैन समाज ने नगरपालिका के ठहराव और प्रस्ताव की प्रति भी यशोधरा राजे सिंधिया को दी। यशोधरा राजे ने जैन समाज को आश्वासन दिया कि वह शीघ्र ही कोर्ट रोड़ को भगवान महावीर मार्ग प्रचलन में लाने के लिए प्रयास करेंगी।