दारू पी ली और भाई को मार दिया

शिवपुरी. बीती 3 अप्रैल से लापता एक युवक की लाश सिरसौद के ग्राम ठेहसुरा स्थित कुएं में पाई गई। इस युवक की जब शिनाख्ती की गई तो पता चला कि युवक एम.एम.हॉस्पिटल में सफाई कर्मचारी के रूप में कार्य करता था। वह 3 अप्रैल से ही अस्पताल से व घर वालों को बिना बताए कहीं गायब हो गया, जब पुलिस इस मामले की विवेचना कर ही रही थी कि तभी 6 अप्रैल को सिरसौद के ग्राम ठेहसुरा में एक लाश पाई गई। इस लाश के मिलने के बाद पुलिस ने मामले में गंंभीरता दिखाई और मामले की गुत्थी को सुलझाते हुए इसे हत्या करार बताया। जहां हत्यारोपी तीन लोगों को पुलिस ने अपनी गिरफ्त में लेकर इस मामले से पर्दा उठाया।

इस संबंध में जानकारी देते हुए पुलिस कंट्रोल में प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए एसडीओपी संजय अग्रवाल ने बताया कि थाना सिरसौद अंतर्गत आने वाले ग्राम ठेहसुरा में बीती 6 अप्रैल को एक लाश प्रेम मेहतर के कुऐं में पाई गई। चूंकि लाश को तीन दिन हो चुके थे तो वह बदबू दे रही थी जिस पर खेत के चौकीदार ने इस लाश को देखा और पुलिस को सूचित किया। जिस पर पुलिस ने मामले की विवेचना की तो पता चला कि भोला पुत्र श्रवण मेहतर उम्र 22 वर्ष निवासी ग्राम झलवाया थाना बैराढ़ अपने ही मामा के लड़के दिनेश पुत्र प्रेम मेहतर निवासी ग्राम ठेहसरा व लिपुआ जाटव पुत्र सिरिया निवासी ग्राम पिपपरसमां के साथ मिलकर शिवपुरी आए। जहां रास्ते में इन्हें दिनेश का भाई अशोक मेहतर भी मिल गया तो उसे लेकर साथ चले आए और कोर्ट रोड पर जमकर दारू पी, इसके बाद यह फतेहपुर क्षेत्र पहुंचे जहां कलारी से फिर इन्होंने दारू ली और पी, यहां से निकलकर यह लोग टोंगरा ग्राम पहुचें जहां दिनेश के घर पहुंचकर इन्होने फिर से दारू पी और इस बीच लिपुआ जाटव को अधिक नशा हो गया तो उसने भोला को भला-बुरा कहा और तो इनमें मारपीट होने लगी, इतने में लिपुआ, दिनेश ने भी मिलकर भोला के साथ मारपीट कर दी, इस दौरान लठ्ठ व सरिया से भोला को इतना मारा की उसकी मौत हो गई। जब भोला मर गया तो आरोपियों ने एक राय होकर एक लठ्ठ के बीच में भोला को फंसाकर उसकी लाश को शॉल से ढका और दूर ग्राम ठेहसुरा में लाश को फेंक दिया। जिस पर पुलिस ने मामला विवेचना में लिया और पूरे मामले से पर्दा उठाया। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस की सूझबूझ से हुआ मामला पर्दाफाश

सिरसौद में कुऐं में मिली लाश की गुत्थी सुलझाते हुए एसडीओपी संजय अग्रवाल ने बताया कि तीन दिन पहले घर से गायब हुआ भोला जब एमएम अस्पताल से बिना कहे गायब हो गया था तब भी ना तो अस्पताल की ओर से और ना ही परिजनों की ओर से गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। फिर जब लाश सिरसौद के ग्राम ठेहसुरा में मिली तब पुलिस ने विवेचना की और इस मामले की गहना से जांच करने पर आरोपी पकड़ में आ सके। जहां आरेापियों ने भी अपना अपराध कबूल किया। श्री अग्रवाल ने बताया कि यहां आपसी विवाद के चलते पुरानी रंजिश भी थी जिसमें भोला और अशोक का पहले भी विवाद हो चुका था इसी का परिणाम रहा कि घटना के रोज इन सब ने शराब पी और शराब के नशे में भोला की हत्या कर दी। इस मामले का पर्दाफाश करने में सिरसौद एस.ओ. सुरेश नागर, प्रधान आरक्षक पी.डी.भगत, महेन्द्र पाण्डे, अनवर शाह, राजेश पाराशर, नरेन्द्र शर्मा, दिनेश शर्मा की महत्वपूर्ण भूमिका रही।