सीएम के आगमन से पहले पोहरी में खरीदी केन्द्र पर हेराफेरी करने वाले दो कर्मचारीयों पर मामला दर्ज

पोहरी। खबर जिले के पोहरी थाना क्षेत्र से आ रही है। जहां आज सीएम शिवराज सिंह चौहान असंगठित श्रमिक तथा तेंदुपत्ता संग्राहक सम्मेलन को संबोधित करने आ रहे है। इससे पहले खरीदी केन्द्र पर चल रही अनियमितताओं को लेकर किसान भी जमकर आंदोलन कर रहे है। कांग्रेस इसे मुद्दा बना रही है। अब सीएम शिवराज की नजर से बचने और दोशियों पर कार्यवाही को लेकर मंडी प्रशासन ने भी कड़े तेवर दिखाते हुए अपने ही अधीनस्थ कर्मचारीयों को बली का बकरा बनाते हुए एफआईआर दर्ज कराई है। 

विपणन संस्था पोहरी के प्रभारी निरीक्षक पी बंसल ने पोहरी थाने में शिकायत दर्ज कराई है कि पोहरी खरीदी केन्द्र पर पदस्थ उनके ही दो कर्मचारी मनीष उर्फ सोनू सिंह बैश और राकेश यादव निवासी पोहरी ने मिलकर चना विक्रय पर 100 रूपए प्रति क्विटल के हिसाब से 4000 रूपए और 2900 रूपए का घालमेल किया है। इस पर पोहरी पुलिस ने तत्काल निरीक्षक की रिपोर्ट पर दोनों आरोपीयों पर धोखाधड़ी की धारा 420 और 34 आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर विवेचना में ले लिया है। 

अब सीएम के आगमन को लेकर हुई कार्यवाही को लेकर प्रश्‍न उठना लाजमी है कि आखिर आज दिनांक तक उक्त चोरों पर कार्यवाही क्यों नहीं हुई। जब उक्त अधीनस्थ कर्मचारी किसानों के साथ छलावा कर रहे थे तो क्या आज तक उन्हें उक्त कर्मचारीयों की चोरी दिखाई नहीं दी? क्या इसका इस घोलमाल में उनके अधीनस्थ अधिकारी भी संलिप्त है। यह जांच का विषय है। 

हांलाकि बीते रोज कलेक्टर ने अनियमितताओं की शिकायत के बाद पोहरी और बैराड़ के दोनों खरीदी केन्द्रों को निरस्त कर दिया है। यहां भी सवाल उठना लाजमी है कि कलेक्टर को इन दोनों केन्द्रों की लगातार शिकायतें मिल रही थी। फिर सीएम के आगमन से पूर्व ही इन्हें क्यों निरस्त किया गया। माना जा रहा है कि प्रशासन किसानों के आक्रोश को लेकर बेकपुट पर आया है और यह कार्यवाही किसानों के सीएम के सामने प्रर्दशन न करने को लेकर की गई है।