
बीते रोज प्रायवेट टेंकर संचालित करने बाले टेंकर मालिको को कलेक्टर ने आदेश जारी किया कि अब टेंकर चालक पब्लिक से मनमाने दाम नहीं बसूल सकेगी। छोटे और बड़े दोनों टेंकरों की रेट निर्धारित कर 250 से 300 रूपए कर दी।
इतना ही शहर में पानी का रोना रोने बाले टेंकर चालकों के लिए भरने के लिए शासकीय हाईडेट का उपयोग करने की बात कहते हुए नियम जारी किया कि सिंध के पानी के बने हाईडेंटों पर से टेंकर भरे होगे। जिसके एवज में टेंकर चालको से 50 से 70 रूपए बसूले जाएगे। अब सिंध के पानी को लेकर कलेक्टर ने नियम तो जारी कर दिए। इसके साथ ही अधिक बसूली करने बालों की शिकायत को लेकर नबंर 09926702211 भी जारी कर दिया।
यह नंबर जारी कर कलेक्टर भूल गए कि पानी भरवाने के लिए पानी आना भी तो जरूरी है। सिंध के हाईडेंटों से एक दिन भरने पहुंचे टेंकर चालकों ने पहले दिन तो उक्त पानी को गंदा बताकर भरने से इंकार कर दिया। टेंकर चालकों ने मांग रखी कि उनके लिए फिल्टर पानी उपलब्ध कराए। टैंकर संचालको ने कलेक्टर के इस आदेश को नही माना और गंदा पानी का रोना रो दिया और टैंकर अभी भी 600 रू में बेक रहे है।
भाजपा नेता भी उतरें विरोध में-
अब कलेक्टर के इस आदेश के पालन के लिए और जल सकंट से जनता को निजात दिलाने के लिए प्रशासन ने डिप्टी कलेक्टर संजीव जैन की अध्यक्षता में 4 सदस्यीय कमेटी का गठन टेंकरों की दर निर्धारित करने के लिए किया। जिसने निर्णय लिया कि 3000 लीटर वाले पानी के टेंकर का शुल्क 250 और 5000 लीटर वाले टेंकरों का शुल्क 300 से अधिक नहीं लिया जाएगा। प्रशासन के इस निर्णय का जनता ने स्वागत किया। लेकिन भाजपा नेताओं ने प्रशासन के निर्णय का विरोध करना शुरू कर दिया है।
विधायक प्रतिनिधि राजू गुर्जर ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डालकर प्रशासन के निर्णय का मुखर विरोध किया है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए लिखा है कि अब टेंकर वालों को डीजल फ्री या आधी रेट में प्रशासन उपलब्ध कराए।
ड्रायवर भी सरकारी दिलवा दीजिए। उन्होंने प्रशासन को दबाव में डालने के लिए फेसबुक पर एक अन्य पोस्ट लिखी है कि अब प्रशासन को ए बुलेंस का किराया भी फिक्स करना चाहिए। पार्षद गुर्जर की पोस्ट का जहां आम नागरिकों ने विरोध करते हुए तीखी प्रतिक्रिया दर्ज कराई है।
वहीं भाजपा नेता प्रशासन के निर्णय पर सवाल खड़ा कर रहे हैं। वरिष्ठ पार्षद अभिषेक शर्मा प्रशासन पर हमला बोलते हुए लिखते है कि अगर 300 रूपए में टेंकर मिल जाए तो फिर प्रशासन खुद क्यों नहीं पानी वितरण करता है। आखिर इन एसी कमरों में वेतुका फरमान देने वाले जरा देखे की पानी कैसे मिलता है और कितना बटता है।
रेट निर्धारित करने का प्रशासन का आदेश बेअसर
प्रशासन ने जल टैंकरों की रेट भले ही निर्धारित कर दी हो, लेकिन टैंकर संचालक इस आदेश को नहीं मान रहे हैं। भाजपा नेता विजय बिंदास ने बताया कि कल सुबह उन्होंने धाकड़ टैंकर के संचालक के मोबाइल नंबर 9755128811 पर पानी के टैंकर के लिए बोला तो उन्होंने बताया कि टैंकर 600 रूपए का मिलेगा।
इस पर मैंने उन्हें याद दिलाया कि कलेक्टर ने कल ही टैंकरों की दर निर्धारित कर दी है और 3000 लीटर का टैंकर 250 रूपए एवं 5000 लीटर टैंकर की रेट 500 रूपए है तो टैंकर चालक कहने लगा कि कलेक्टर से ही डलवा लो। मेरे खिलाफ प्रशासन क्या कार्यवाही करेगा? कुल मिलाकर टैंकरों के रेट निर्धारित करने का आदेश का पालन स ती से नहीं हो रहा जिससे जनता को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है।
नगर पालिका बोली लाईन फूट गई, दोशियान ने कहा कि हम लाईन पर लेमीनेशन कर रहे है
शिवपुरी में आज सिंध की जल आपूर्ति को रोक दिया है। शहर में नगर पालिका लोगों के कंठों को तर करने के लिए बड़े टेकरों से सप्लाई के नाम पर करोड़ो का हेरफेर कर रही है। शहर में प्रतिदिन पानी कि सप्लाई हो रही है। परंतु पानी पब्लिक के पास नहीं पहुंच पा रहा है।
बीते रोज ट्रांसफर के बाद कलेक्टर तरूण राठी ने पब्लिक के बीच सहानभूति बटौरने के लिए आदेश जारी कर दिया कि शहर की पब्लिक को प्रायवेट टेंकर भी निर्धारित रेट में मिलेंगे। इसके लिए प्रायवेट टेंकर भी सिंध के हाईडेंटों से भरें जाएगे। बकायदा कलेक्टर ने इस पूरे मामले की मोनिटरिंग के लिए डिप्टी कलेक्टर संजीब कुमार को नियुक्ति करते हुए उनका मोबाईल नंबर 9926702211 भी जारी कर दिया।
जब शिवपुरी समाचार डॉट कॉम की टीम इस मामले की हकीकत जानने हाईडेंट पर पहुंची तो वहां पानी की सप्लाई बंद मिली। जब इस संबंध में डिप्टी कलेक्टर से चर्चा की तो उन्होंने बताया कि प्रशासन ने तो सिंध के पानी को भरने के लिए हाईडेंट चालू ही किए कि फिर लाईन फूट गई। अब वह क्या करें। जब हमारी टीम ने दोशियान के मेनेजर महेश मिश्रा से बात की तो उन्होंने बताया कि लाईन फूटी नहीं है। अपितु काम करने के लिए प्रशासन की अनुमति के बाद लाईन के जोइंटो लेमिलेशन का काम किया जा रहा है।