
बताया जा रहा है कि जिले के पीएचई विभाग ने पूरे जिले में जल योजना के करीब 8 करोड के टेंडर काम निकाल दिए गए हैं। पीएचई में इस टेंडर विज्ञप्ति में नल जल योजना के लिए जो काम निकाले गए हैं उसमें कोलारस बदरवास और रन्नोद क्षेत्र के भी गांव शामिल है यहां पर 3 करोड रुपए से नल जल योजना के तहत काम होना है। नियम अनुसार उप चुनाव की आचार संहिता लागू होने के चलते विकास कार्य नहीं कराए जाने चाहिए लेकिन नेताओं के दबाव में पिछली तारीख में निर्माण कार्य निकाले गए हैं और अब चोरी छुपे इन कामों को कराया जा रहा है।
आचार संहिता लागू होने के दौरान ही टेंडर विज्ञप्ति गुपचुप तरीके से निकाली गई है और कुछ चिन्हित ठेकेदारों को यह काम दिया जा रहा है जबकि आचार संहिता लागू होने के चलते यह काम नहीं कराए जा सकते। मामला पकड़ में आने के बाद अब पीएचई के अफसर नेताओं के साथ चल रही अपनी इस मिलीभगत पर पर्देदारी में जुट गए हैं। कुल मिलाकर जिले में सत्ताधारी दल के दबाव में प्रशासनिक अफसर हैं और जिले में खुलेआम आचार संहिता की धज्जियां उडाई जा रही हैं।
क्या कहते हैं अधिकारी
आचार संहिता के पहले यह टेंडर गलती से लग गए और अब आचार संहिता लागू है इस कारण से अब हम इस गलती को सुधार रहे हैं। मामला पकड़ में आने के बाद अब यह टेंडर हम बाद में लगाएंगे और नलजल योजना के यह काम बाद में होंगे।
एसएल बाथम, ईईए पीएचई शिवपुरी
अभी मामला आपके द्वारा बताया गया है कि यह टेंडर ऑन लाईन कब अपलोड हुआ है और अखबार में कब प्रकाशित किया है। यह देखकर इस मामले में आगे कार्यवाही की जाऐगी।
तरूण राठी,
कलेक्टर शिवुपरी
अभी मामला आपके द्वारा बताया गया है कि यह टेंडर ऑन लाईन कब अपलोड हुआ है और अखबार में कब प्रकाशित किया है। यह देखकर इस मामले में आगे कार्यवाही की जाऐगी।
तरूण राठी,
कलेक्टर शिवुपरी